बहराइच : जिले के महसी इलाके में जंगली जानवर ने मंगलवार की रात 2 बच्चियों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया. जानवर दोनों को घसीटकर सड़क तक लेता गया. बच्चियों की चीख सुनकर परिवार के लोग जग गए. आसपास के लोग भी पहुंच गए. इसके बाद जानवर धान के खेतों से होकर फरार हो गया. परिजनों ने दोनों बच्चियों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है. दोनों घटनाएं अलग-अलग गांवों की हैं. ये हमले भेड़िये ने किए या किसी सियार ने यह अभी स्पष्ट नहीं है.
जिले के 50 से ज्यादा गांवों में जंगली जानवर घूम रहे हैं. वन विभाग समेत अन्य टीमों के करीब 500 कर्मी उन्हें पकड़ने के लिए कॉम्बिंग कर रहे हैं. टीम ने 4 भेड़ियों को पहले ही पकड़ लिया था. सोमवार की सुबह पांचवें आदमखोर भेड़िये को भी पकड़ लिया गया था. अब वन विभाग की टीम एक और भेड़िये की तलाश में है.
ग्रामीण मान रहे थे कि 5 भेड़ियों के पकड़े जाने के बाद उनका आतंक कम होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. महसी के गडरियन पुरवा मैकुपुरवा गांव की रहने वाली लज्जावती ने बताया कि मंगलावर की रात एक बजे वह अपनी 11 साल की बेटी सुमन के साथ सो रहीं थीं. इस दौरान जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया. उसे खींचकर ले जाने की कोशिश करने लगा. बच्ची की चीख सुनकर परिजनों ने शोर मचाया. आसपास के लोगों के जुटने पर जानवर फरार हो गया.
वहीं दूसरी ओर गांव भवानीपुर में भी जानवर ने एक बच्ची पर हमला किया. बुधवार की तड़के 5 बजे के आसपास जानवर एक घर में घुस गया. यहां सो रही 10 साल की शिवानी पर हमला कर दिया. बच्ची के शोर मचाने पर परिवार के लोग दोड़े तो जानवर भाग गया. हमले में घायल एक बच्ची को महसी स्वास्थ्य केंद्र जबकि दूसरे को मेडिकल कालेज बहराइच में भर्ती कराया गया है.
डीपीआरओ राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि बीती रात हमले हुए हैं. हालांकि इससे पूर्व 7 दिनों से कोई हमले नहीं हुए थे. लोगों को तो जागरूक किया जा रहा है. जिससे वे सचेत रहें. लोगों की जागरूकता से ही दोनों बच्चियों की जान बच सकी.
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