जालना : मराठा आरक्षण की मांग को लेकर पिछले 4 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारांगे पाटिल ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. बता दें, पिछले 10 फरवरी से जारांगे भूख हड़ताल पर बैठे है. उनका कहना है कि जबतक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेती तबतक आमरण अनशन करेंगे. जारांगे सरकार से मांग कर रहे हैं कि नवी मुंबई के वाशी में सरकार द्वारा पारित सेजसोयर अध्यादेश को लागू किया जाए, तत्काल सत्र बुलाया जाए और इसे मराठा समुदाय को दिया जाए.
जारांगे के अनशन का आज 5वां दिन है और उनकी हालत बिगड़ गई है. इस वजह से सरकारी अधिकारी जारांगे से मिल रहे हैं और उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, जारांगे ने कड़ा रुख अपनाते हुए साफ कहा है कि जबतक मांगे पूरी नहीं की जाएगी तबतक कोई समझौता नहीं होगा, सरकार पहले मांगें पूरी करें और फिर मेरे पास आएं. बता दें, मनोज जारांगे ने भोजन और पानी का त्याग कर दिया है. उन्होंने डॉक्टरों से किसी भी तरह का इलाज कराने से भी इनकार कर दिया.
वहीं, मराठा आरक्षण के लिए सकल मराठा समुदाय ने आज बंद बुलाया है. जालना जिले के मराठा समुदाय ने भी सख्ती से बंद का आह्वान किया. इससे पहले मराठा कार्यकर्ताओं ने मंगलवार रात 10 बजे केदारखेड़ा गांव में विरोध प्रदर्शन किया था. मराठा प्रदर्शनकारियों ने जालना से भोकरदन मुख्य राजमार्ग पर टायर जलाकर रास्ता रोक दिया था. मनोज जारांगे के आंतरवाली सराती गांव में फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू करने से मराठा समुदाय में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. हालांकि, पुलिस ने इलाके के निवासियों से शांत रहने की अपील की है.