हैदराबाद: हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव 2024 में कड़े मुकाबले के बाद, I.N.D.I.A. ब्लॉक और बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच 10 जुलाई को मुकाबला होगा, क्योंकि पश्चिम बंगाल की चार सीटों सहित सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. इस चुनाव की मतगणना 13 जुलाई को की जाएगी.
उपचुनाव मौजूदा सदस्यों की मृत्यु या इस्तीफे के कारण बनी रिक्तियों पर किए जा रहे हैं. इन विधानसभा सीटों में बिहार में रूपौली, रायगंज, रानाघाट दक्षिण, बगदाह और मानिकतला (सभी पश्चिम बंगाल में), विक्रवंडी (तमिलनाडु), अमरवाड़ा (मध्य प्रदेश), बद्रीनाथ और मंगलौर (उत्तराखंड), जालंधर पश्चिम (पंजाब) और देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ (हिमाचल प्रदेश) शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल की विधानसभा सीटें
रायगंज: साल 2021 में रायगंज सीट पर बीजेपी के कब्जा किया था, लेकिन विधायक कृष्ण कल्याणी बाद में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. टीएमसी ने कृष्ण कल्याणी को उनकी पुरानी सीट से फिर से मैदान में उतारा है. वहीं दूसरी ओर भाजपा ने स्थानीय पार्टी नेता मानस कुमार घोष को मैदान में उतारा है.
मानिकतला: 20 फरवरी, 2022 को टीएमसी नेता साधन पांडे के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी. गौरतलब है कि इस सीट पर अभी तक उपचुनाव नहीं हुए हैं, क्योंकि भाजपा उम्मीदवार कल्याण चौबे ने 2021 के विधानसभा चुनाव में मतदान में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी. हालांकि, बाद में चौबे ने अपनी याचिका वापस ले ली. इस सीट पर टीएमसी ने साधन पांडे की पत्नी सुप्ती पांडे को चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं भाजपा ने उनके खिलाफ कल्याण चौबे को मैदान में उतारा है.
बगदाह: साल 2021 में उत्तर 24 परगना की इस सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, विजयी उम्मीदवार बिस्वजीत दास ने टीएमसी का दामन थाम लिया था. इसके बाद दास को टीएमसी ने लोकसभा चुनाव में उतारा था, लेकिन उन्हें बनगांव निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के शांतनु ठाकुर ने हरा दिया था. यहां से टीएमसी ने मधुपर्णा ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने स्थानीय नेता बिनय कुमार बिस्वास को मैदान में उतारा है.
राणाघाट दक्षिण: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा विधायक मुकुट मणि अधिकारी टीएमसी में शामिल हो गए और उन्हें रानाघाट सीट से उम्मीदवार बनाया गया. हालांकि, अधिकारी भाजपा के मौजूदा सांसद जगन्नाथ सरकार से हार गए. वह भाजपा के मनोज कुमार बिस्वास के खिलाफ टीएमसी उम्मीदवार के रूप में फिर से इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.
उत्तराखंड की विधानसभा सीटें
बद्रीनाथ: कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के मार्च में इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद बद्रीनाथ सीट खाली हो गई थी. भाजपा ने बद्रीनाथ से भंडारी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लखपत बुटोला को मैदान में उतारा है.
मंगलौर: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक सरवत करीम अंसारी के अक्टूबर 2023 में निधन के कारण मंगलौर सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था. कांग्रेस ने मुस्लिम बहुल इस सीट के लिए वरिष्ठ पार्टी नेता काजी निजामुद्दीन को उम्मीदवार बनाया है, जिस पर उन्होंने 2002, 2007 और 2017 में तीन बार जीत दर्ज की है.
पंजाब की विधानसभा सीट: आप विधायक शीतल अंगुराल के भाजपा में शामिल होने के बाद जालंधर पश्चिम उपचुनाव की जरूरत पड़ी है.
हिमाचल प्रदेश की विधानसभा सीटें: हिमाचल प्रदेश में देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में चुनाव होने हैं, जहां कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी. देहरा पर सबकी निगाहें रहेंगी, क्योंकि कांग्रेस ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी कमलेश ठाकुर को मैदान में उतारा है.
तमिलनाडु की विधानसभा सीटें: इस साल अप्रैल में डीएमके विधायक एन पुघाजेंथी के निधन के बाद विक्रवंडी सीट पर उपचुनाव कराना जरूरी हो गया था. इस सीट पर सत्तारूढ़ डीएमके, पीएमके (एनडीए घटक) और नाम तमिलर काची (एनटीके) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
बिहार की विधानसभा सीट: बिहार के रूपौली में उपचुनाव की जरूरत जेडी(यू) विधायक बीमा भारती के इस्तीफे के बाद पड़ी, जो आरजेडी में शामिल हो गईं और पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ीं.
मध्य प्रदेश की विधानसभा सीट: राज्य की अमरवाड़ा (एसटी) विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है, क्योंकि इस सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस नेता कमलेश शाह ने लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल होकर इस्तीफा दे दिया था.