चित्तौड़गढ़. भगवान सांवरिया सेठ की महिमा अपरंपार है. रोजाना हजारों की तादाद में श्रद्धालु प्रभु के दर्शन व पूजन के लिए आते हैं. कोई नौकरी की मिन्नत करता है तो कोई धंधे में बरकत के लिए प्रार्थना. वहीं, एक भक्त ने भगवान को ही अपने धंधे में पार्टनर बना लिया और प्रभु के हिस्से की राशि से उनके लिए सागवान की लकड़ी से रथ बनवाया. शुक्रवार को व्यापारी का परिवार रथ को लेकर भादसोड़ा स्थित प्राकट्य स्थल पहुंचा, जहां उन लोगों ने मंदिर कमेटी को रथ सुपुर्द कर दिया. सबसे खास बात यह रही कि इस रथ को देखने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिसर में एकत्रित हुई और सभी ने मुक्त कंठ से गुजराती व्यापारी की प्रशंसा की.
दरअसल, गुजरात के अहमदाबाद निवासी पटेल परिवार ने भगवान सांवरिया सेठ से धंधे में बरकत की प्रार्थना की थी. व्यवसाय में तरक्की होने पर व्यापारी परिवार ने प्रभु को अपने धंधे में पार्टनर बनाया. व्यापारी विकास उर्फ अमीन विक्की पटेल ने बताया कि प्रभु की कृपा से उसका धंधा आज अच्छा चल रहा है. ऐसे में उसने भगवान सांवरिया सेठ को पार्टनर मानकर उनके हिस्से की राशि अलग से जमा करता रहा. जब राशि अच्छी खासी जमा हो गई तो उसने कुछ अलग हटकर सांवरिया सेठ के दरबार में समर्पित करने का निश्चय किया और काफी सोच विचार के बाद उसने प्रभु के लिए सागवान की लकड़ी से रथ बनवाने का निर्णय किया.
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रथ का काम पूरा होने के बाद विकास अपने परिवार के सदस्य हार्दिक पटेल, कल्पेश पटेल, अनिश गोस्वामी और परिवार के अन्य लोगों के साथ रथ को ट्रक से लेकर भादसोड़ा स्थित प्राकट्य स्थल पहुंचा और मंदिर कमेटी को उसने रथ को सुपुर्द कर दिया. इस मौके पर मंदिर के पुजारी लोकेश वैष्णव और दिनेश वैष्णव ने सांवरिया सेठ का चरणामृत और तुलसी का हार पहनाकर व्यापारी सहित पूरे पटेल परिवार का स्वागत किया. इस दौरान वहां मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष बाबूलाल ओझा, शंकर लाल जाट, नाथूलाल जाट और कई अन्य भक्त व पदाधिकारी मौजूद रहे.