मुरैना। ''आजादी के बाद पहले कांग्रेस ने गरीब-दलित ओबीसी व मुसलमानों का शोषण किया, अब वही काम बीजेपी कर रही है. बीजेपी के शासन में गरीबी, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है, किसान परेशान हैं. बीजेपी पूरा लाभ पूंजीपति व धन्ना सेठों को देने में जुटी है. यदि केंद्र में बीएसपी की सरकार बनती है तो, गरीबी व भ्रष्टाचारी को दूर करेंगे, नई योजनाएं बनाएंगे. विरोधी पार्टियां बीएसपी को आगे बढ़ने से रोक रही हैं. इन लोगों ने बीएसपी के बिकाऊ नेताओं को तोड़कर छोटे-छोटे संगठन बना दिये हैं. ऐसे लोग नाम तो बाबा साहब का लेते हैं, लेकिन काम गांधी जी के लिए कर रहे है.'' यह बात बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज मुरैना में एक चुनावी जनसभा को सबोधित करते हुए कही.
भाजपा-कांग्रेस की करनी और कथनी में अंतर
मुरैना शहर स्थित मेला ग्राउंड मैदान में रविवार को बहुजन समाज पार्टी ने मुरैना-श्योपुर, भिंड और ग्वालियर लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में सभा का आयोजन किया. जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि, ''बीएसपी किसी विरोधी पार्टियों जैसे भाजपा-कांग्रेस के सहारे नहीं बल्कि अपने दम पर अकेले पूरे देश में चुनाव लड़ती है. आजादी के बाद केंद्र व अधिकतर राज्यों में कांग्रेस की सरकारें रहीं, सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने दलित-गरीब व ओबीसी वर्ग का शोषण किया. इन्हीं गलत नीतियों की वजह से उसे सत्ता से बाहर होना पड़ा. अब वर्तमान में केंद्र व अधिकतर राज्यों में बीजेपी की सरकारें है. बीजेपी भी कांग्रेस के शासन का अनुसरण करते हुए वही काम कर रही है. इन विरोधी पार्टियों की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है. इसलिए इस बार बीजेपी को भी सत्ता से बाहर होना चाहिए.''
ग्वालियर में भी एक दो बिकाऊ लोग
उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा ''ग्वालियर में भी एक-दो ऐसे स्वार्थी और बिकाऊ लोग हैं, जिहोंने कांग्रेस और बीजेपी का मकसद पूरा किया. जब लगा कि बीएसपी कमजोर हो गई, तब कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी का दामन थाम लिया. ये बात बाबा साहेब की करते हैं और काम गांधी जी का करते हैं. इनसे सावधान रहना है.'' बसपा सुप्रीमो ने कहा ये बीमारी उत्तरप्रदेश में भी है. जहां बीएसपी मजबूत है, वहां विरोधी पार्टियां इस तरह का षड्यंत्र रच रही हैं.
तो नहीं काम आएगी जुमलेबाजी व गारंटी
मायावती ने ईवीएम पर उंगली उठाते हुए कहा कि, ''यदि चुनाव फ्री एंड फेयर हुए और मशीनों में कोई गड़बड़ी नहीं होती है तो इनकी जुमलेबाजी व गारंटी किसी काम नहीं आएगी. बीजेपी ने गरीब व कमजोरों को अच्छे दिन दिखाने का वादा किया, लेकिन इसे पूरा करने के लिए आज तक कोई काम नहीं किया है. वह सिर्फ पूँजीपति व धन्नासेठों को लाभ दे रही है.'' बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ''कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी सरकारी जांच एजेंसियों का राजनीतिकरण कर दिया है.''
हिंदुत्व की आड़ में सियासत कर रही भाजपा
मायावती ने आरक्षण की बात करते हुए कहा कि, ''अब अधिकतर सरकारी संस्थानों का प्राइवेटिकरण हो गया है. इनमें एससी-एसटी व ओबीसी वर्ग को आरक्षण का लाभ नहीं दिया जा रहा है. इससे अल्पसंख्यक वर्ग की स्थिति भी खराब हो रही है. बीजेपी धर्म व हिंदुत्व की आड़ में सत्ता का खेल खेल रही है. इनकी गलत नीतियों की बजह से किसान परेशान है, छोटे व माध्यम वर्ग के व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया है. इससे देश की अर्थव्यवस्था भी चर-मरा गई है. विरोधी पार्टियां बीजेपी व कांग्रेस सत्ता पाने के लिए चुनाव के लोक-लुभावने वादे कर रही हैं. इनकी बातों में गुमराह मत हो जाना, ऐसे लोगों से दूर रहें. वैसे देश की जनता का इनसे विश्वास उठ चुका है.''
बीएसपी की सरकार बनी तो जमीनी स्तर पर करेंगे काम
मायावती ने कहा कि, ''यदि केन्द्र में बीएसपी की सरकार आती है तो जमीनी स्तर पर काम करेंगे. देश से गरीबी, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार को दूर करेंगे. मुस्लिम उत्पीड़न को रोकेंगे. यूपी की तरह केंद्र में भी सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय नीति पर काम करेंगे, तभी हमारे महापुरुषों का सपना पूरा होगा.'' उन्होंने कहा कि, ''बीएसपी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सभी विरोधी पार्टियां एकजुट हो गई हैं. उनको डर है कि, यदि केंद्र में बीएसपी की सरकार बनती है तो गरीब-दलित व ओबीसी वर्ग का उत्थान हो जाएगा, जो ये कभी नहीं चाहती हैं.''
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ग्वालियर चम्बल में त्रिकोणीय मुकाबला
बता दें ग्वालियर चम्बल अंचल में मुरैना, ग्वालियर और भिंड लोक सभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है. बीजेपी और कांग्रेस के बाद बसपा भी कड़ी टक्कर दे रही है. यही कारण है कि चम्बल में बहुजन समाज पार्टी इस सुप्रीमो मायावती भी यहां पूरी ताकत झोंक रही हैं. चम्बल में बहुजन समाज पार्टी भले ही न जीत पाए, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस का गणित बिगाड़ने में जरूर कामयाब होगी. यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस को बीएसपी से डर सता रहा है.