जैसलमेर. भारत-पाक सीमा पर तैनात बीएसएफ का एक जवान के शहीद होने की खबर सामने आ रही है. इन दिनों बॉर्डर पर तापमान 50 डिग्री के पार हो गया है. बीएसएफ के जवान की मौत भी हीट स्ट्रॉक की वजह से होनी बताई जा रही है.
बीएसएफ सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 173वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के सारू गांव का निवासी कांस्टेबल अजय कुमार पुत्र अनिल कुमार रविवार को सीमा चौकी भानु पर तैनात था. वहां भीषण गर्मी की वजह से उसकी तबियत खराब हो गई. उपचार के दौरान जवान ने दम तोड़ दिया. मौत की वजह हीट स्ट्रॉक बताई जा रही है. रविवार देर रात जवान के शव को रामगढ़ अस्पताल लाया गया. सोमवार सुबह शव का पोस्टमार्टम कर शव बीएसएफ के अधिकारियों को सुपुर्द किया गया. शव को रामगढ़ से सड़क मार्ग द्वारा जोधपुर ले जाया जाएगा और जोधपुर से हवाई जहाज में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा. शाहगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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शहीद को दिया गार्ड ऑफ ऑनर : रामगढ़ अस्पताल परिसर में शहीद जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बाद में 173वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने जवान के शव पर पुष्प चक्र अर्पित कर उसे श्रद्धांजलि दी. फिलहाल शाहगढ़ पुलिस मामले की जांच कर रही है.
इन दिनों बॉर्डर पर 55 डिग्री तापमान : बता दें कि भारत-पाकिस्तान के पश्चिमी सीमा जैसलमेर पर इन दिनों आसमान से आग बरस रही है. रेत आग का दरिया बना हुआ है. बॉर्डर पर तापमान 55 डिग्री के पार चला गया है. इन जलते अंगारे में सरहद पर बीएसएफ के जवान और महिला जवान देश की सुरक्षा के लिए दिन रात ड्यूटी पर तैनात है. पिछले 1 सप्ताह से भारत-पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर तापमान मापने के लिए लगा यंत्र भी 50 डिग्री से अधिक का तापमान बता रहा है. हालत यह है कि 50 डिग्री से बाहर पहुंचते-पहुंचते तो यह तापमान मापी यंत्र भी हांफ जाता है और टेम्परेचर की जगह स्क्रीन काली पड़ जाती है. सूरज का ऐसा सितम पिछले 100 वर्षों में नहीं हुआ जैसा कि इस बार देखने को मिल रहा है.
मकराना क्षेत्र के गच्छीपुरा में पटरी पर काम करते समय रेलवे कर्मचारी की माैत का मामला सामने आया है. रेलवे ट्रैकमैन धर्माराम धायल (32) रेलवे ट्रैक पर काम कर रहा था, तभी अचानक उसकी तबियत बिगड़ गई. साथ में काम कर रहे अन्य कर्मचारी साथियों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. धर्माराम धायल अपने परिवार का इकलौता सहारा था. धर्माराम धायल रोजाना की तरह आज सुबह पटरियों पर काम कर रहा था. तभी अचानक उसकी तबियत बिगड़ने लगी, उसका शरीर बुरी तरह गर्म होने लगा और वो बेहोश हो गया. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है. धर्माराम धायल का शव उनके पैतृक गांव पालड़ी राजा ले जाया गया, जहां अंतिम संस्कार किया गया.