नई दिल्ली: कनेक्टिविटी को बढ़ावा देते हुए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सोमवार (25 मार्च) को लद्दाख में रणनीतिक निम्मू-पदम-दारचा सड़क को जोड़ दिया है. 298 किलोमीटर की यह सड़क कारगिल-लेह राजमार्ग पर दारचा और निम्मू के माध्यम से मनाली को लेह से जोड़ेगी. मंगलवार को एक प्रेस बयान में कहा गया कि यह सड़क अब मनाली-लेह और श्रीनगर-लेह के अलावा तीसरी धुरी है जो लद्दाख को भीतरी इलाकों से जोड़ती है.
बयान के अनुसार निम्मू-पदम-दारचा सड़क का रणनीतिक महत्व इस तथ्य से है कि ये अन्य दो अक्षों की तुलना में छोटी है. साथ ही ये सिर्फ एक दर्रे को पार करती है. शिंकुन ला (16,558 फीट) जिस पर बीआरओ जल्द सुरंग का काम शुरू करने वाली है. इसके परिणामस्वरूप यह सड़क लद्दाख क्षेत्र से हर मौसम में जुड़ी रहेगी. कनेक्टिविटी रक्षा तैयारियों को मजबूत करेगी और जांस्कर घाटी में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगी.
डीजी बॉर्डर रोड्स लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने कहा कि जनवरी में जब जंसाकर नदी जम गई थी, उपकरण और कर्मियों को स्थिर कर दिया गया था. फिर बाद में कनेक्टिविटी स्थापित करने का काम पूरा किया गया. उन्होंने विश्वास जताया कि सड़क को ब्लैकटॉप करने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा, शिंकुन ला सुरंग का निर्माण शुरू होने के साथ लद्दाख के लिए तीसरी सभी मौसम में खुली रहने वाली धुरी स्थापित हो जाएगी.