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बबलियां बॉर्डर देखने के लिए अब ऑनलाइन पास की बुकिंग शुरू, बाघा बॉर्डर की तर्ज पर होगा विकसित

जैसलमेर जिले के रामगढ़ के पास स्थित बीएसएफ चौकी बबलियां को बाघा बॉर्डर की तर्ज पर बनाया जा रहा है. बीएसएफ इसकी तैयारी कर रहा है. यहां विजिट के लिए तनोट माता मंदिर की वेबसाइट से पास भी दिए जा रहे हैं.

Jaisalmer Border Visi
बबलियां बॉर्डर देखने के लिए अब ऑनलाइन पास की बुकिंग शुरू
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 16, 2024, 9:50 AM IST

Updated : Mar 16, 2024, 9:57 AM IST

जोधपुर. सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर जिले के रामगढ़ के पास स्थित पश्चिमी सीमा की बीएसएफ चौकी बबलियां को पर्यटन केंद्र के रूप विकसित कर रहा है. अब कोई भी भारतीय यहां जाकर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर देख सकता है. इसके लिए वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग की जा सकती है. बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय जैसलमेर (उत्तर) के डीआईजी योगेंद्र सिंह ने वेबसाइट लॉंन्च की है. इस वेबसाइट के माध्यम से बबलियां चौकी विजिट के लिए पास बुक करवाया जा सकते हैं.

पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा के पास स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री तनोट राय माता मंदिर की वेबसाइट पर यह सुविधा दी गई है. https://www.shritanotmatamandirtrust.com वेबसाइट पर जाकर इसके लिए पास बनाए जा सकते हैं. डीआईजी ने बताया कि इस वेबसाइट से तनोट से बॉर्डर जाने के लिए पास बनाना, तनोट माता मंदिर में धर्मशाला में रूम बुक करना जैसी सुविधा आमजन के लिए उपलब्ध करवाई गई है.

बीएसएफ करता है देख रेख : बम वाली माता के नाम से प्रसिद्ध तनोट माता मंदिर में पूजा-अर्चना व देख रेख सीमा सुरक्षा बल की ओर से की जाती है. सीमा सुरक्षा बल ने अग्रिम कार्य करते हुए इस मंदिर के उत्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मंदिर क्षेत्र की व्यवस्थाओं का जिम्मा बीएसएफ ही उठाता है. यहां की आरती में जवानों का समर्पण नजर आता है.

इसे भी पढ़ें : Shardiya Navratri 2023 : मारवाड़ के इन देवी मंदिरों में लगता है भक्तों का तांता, हर मुराद पूरी करती हैं 'मां'

बाघा बॉर्डर की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी : बीएसएफ पाकिस्तान से लगती बबलियां चौकी को वाघा बॉर्डर की तरह पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने जा रही है. यहां बाकायदा एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है. पर्यटकों के साथ आने वाले बच्चों के लिए झूले सहित अन्य सुविधाएं विकसित की गई है. हालांकि अभी पाकिस्तान की ओर से ऐसे आयोजन को लेकर स्थिति साफ नहीं हैं, लेकिन भारतीय क्षेत्र में व्यवस्थाएं पूरी है. बड़ी संख्या में तनोट माता मंदिर में आने वाले लोग यहां जा भी रहे हैं.

तनोट मंदिर की इस वेबसाइट पर बॉर्डर विजिट पास के नाम से एक कॉलम बनाया गया है, जिस पर क्लिक करने के बाद फॉर्म खुलता है. सिर्फ भारतीय व्यक्ति ही बॉर्डर पर जाने के लिए अधिकृत है. जितने भी लोग परिवार के साथ जा रहे हैं, उन सब की जानकारी यहां पर देनी होती है. पहचान पत्र को आगे और पीछे दोनों तरफ से स्कैन कर या फोटो खींचकर अपलोड करना पड़ता है. सुविधा के लिए विजिट टाइम स्लॉट भी दिया गया है.

जोधपुर. सीमा सुरक्षा बल जैसलमेर जिले के रामगढ़ के पास स्थित पश्चिमी सीमा की बीएसएफ चौकी बबलियां को पर्यटन केंद्र के रूप विकसित कर रहा है. अब कोई भी भारतीय यहां जाकर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर देख सकता है. इसके लिए वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग की जा सकती है. बीएसएफ के क्षेत्रीय मुख्यालय जैसलमेर (उत्तर) के डीआईजी योगेंद्र सिंह ने वेबसाइट लॉंन्च की है. इस वेबसाइट के माध्यम से बबलियां चौकी विजिट के लिए पास बुक करवाया जा सकते हैं.

पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा के पास स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री तनोट राय माता मंदिर की वेबसाइट पर यह सुविधा दी गई है. https://www.shritanotmatamandirtrust.com वेबसाइट पर जाकर इसके लिए पास बनाए जा सकते हैं. डीआईजी ने बताया कि इस वेबसाइट से तनोट से बॉर्डर जाने के लिए पास बनाना, तनोट माता मंदिर में धर्मशाला में रूम बुक करना जैसी सुविधा आमजन के लिए उपलब्ध करवाई गई है.

बीएसएफ करता है देख रेख : बम वाली माता के नाम से प्रसिद्ध तनोट माता मंदिर में पूजा-अर्चना व देख रेख सीमा सुरक्षा बल की ओर से की जाती है. सीमा सुरक्षा बल ने अग्रिम कार्य करते हुए इस मंदिर के उत्थान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. मंदिर क्षेत्र की व्यवस्थाओं का जिम्मा बीएसएफ ही उठाता है. यहां की आरती में जवानों का समर्पण नजर आता है.

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बाघा बॉर्डर की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी : बीएसएफ पाकिस्तान से लगती बबलियां चौकी को वाघा बॉर्डर की तरह पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने जा रही है. यहां बाकायदा एक दर्शक दीर्घा बनाई गई है. पर्यटकों के साथ आने वाले बच्चों के लिए झूले सहित अन्य सुविधाएं विकसित की गई है. हालांकि अभी पाकिस्तान की ओर से ऐसे आयोजन को लेकर स्थिति साफ नहीं हैं, लेकिन भारतीय क्षेत्र में व्यवस्थाएं पूरी है. बड़ी संख्या में तनोट माता मंदिर में आने वाले लोग यहां जा भी रहे हैं.

तनोट मंदिर की इस वेबसाइट पर बॉर्डर विजिट पास के नाम से एक कॉलम बनाया गया है, जिस पर क्लिक करने के बाद फॉर्म खुलता है. सिर्फ भारतीय व्यक्ति ही बॉर्डर पर जाने के लिए अधिकृत है. जितने भी लोग परिवार के साथ जा रहे हैं, उन सब की जानकारी यहां पर देनी होती है. पहचान पत्र को आगे और पीछे दोनों तरफ से स्कैन कर या फोटो खींचकर अपलोड करना पड़ता है. सुविधा के लिए विजिट टाइम स्लॉट भी दिया गया है.

Last Updated : Mar 16, 2024, 9:57 AM IST
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