नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दक्षिण भारत में सरकारों की तीखी आलोचना की और विश्वास जताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में पिछले चुनावों की तुलना में दक्षिण में भाजपा का वोट शेयर बढ़ेगा. एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने भाजपा के कथित ऊंची जाति की पार्टी होने के विपक्ष के मनगढ़तों पर भी प्रकाश डाला.
पीएम मोदी ने कहा,'हमारे देश में काफी समय से एक नैरेटिव बनाया गया है कि बीजेपी का मतलब ऊंची जाति की पार्टी है लेकिन वास्तविकता यह है कि भाजपा में अधिकांश अनुसूचित जाति (एससी), अधिकांश अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अधिकांश अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) हैं. आज मेरी पार्टी का पूरा चरित्र ऐसा है कि इसमें ग्रामीण लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है.'
उन्होंने कहा,'यह चरित्र इसलिए बनाया गया क्योंकि भाजपा एक पुराण-पंथी (या पुराने स्कूल) पार्टी है और कुछ भी नया नहीं सोच सकती लेकिन आज दुनिया में अगर कोई डिजिटल आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है तो वह भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार है. इसलिए यह गलतफहमी जो वे (विपक्ष) देश में फैला रहे हैं, 'गलत' है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'दक्षिण भारत में भाजपा के चुनावी प्रदर्शन पर बोलते हुए पीएम ने कहा, 'आप तेलंगाना को देखें, हमारा वोट शेयर दोगुना हो गया है. 2019 के संसदीय चुनावों में भाजपा दक्षिण में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. बीजेपी के पास सबसे ज्यादा सांसद हैं. मेरा मानना है कि 2024 (लोकसभा चुनाव) में वोट शेयर पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ने वाला है. सीटें भी बढ़ेंगी.'
क्षेत्रीय मुद्दों पर पीएम मोदी ने केरल में सहकारी बैंकों के भीतर भ्रष्टाचार की निंदा की. उन्होंने कहा कि गलत काम करने वालों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का वादा किया. उन्होंने न्यायसंगत विकास पर जोर दिया और कर्नाटक और केरल जैसे दक्षिणी राज्यों के प्रति उपेक्षा के आरोपों का खंडन किया. दूसरे दक्षिण में सरकारों की पहचान - चाहे वह कांग्रेस हो, एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट), या डीएमके (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) - सभी जगहों पर उनकी पहचान क्या है?
आज हम (भाजपा) पुडुचेरी में सत्ता में हैं, जो दक्षिण में है. मालूम होना चाहिए, हम सरकार में हैं और हमारे सांसद अंडमान और निकोबार से जीतते हैं, जहां हमारे अधिकांश दक्षिण भारतीय और बंगाली भाई रहते हैं. इसलिए ये जो सरलीकरण हो रहा है. अब, उनकी सरकारों की शैली क्या है? उनकी सरकार पूरी तरह से परिवार द्वारा संचालित है और वहां बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है. अब आप देखिए कि दक्षिण में क्या स्थिति है.
प्रधानमंत्री ने कहा,'जब मैं चुनाव के दौरान वहां जाता हूं तो सहकारी समितियों के बारे में क्यों बात करता हूं? यह एक गरीब आदमी के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है. इसे माफ नहीं किया जा सकता. गरीब परिवार अपना पैसा सहकारी बैंकों में रखते हैं, अच्छा रिटर्न पाने की उम्मीद में सोसायटियों में लगाते हैं. उन्हें लगता है कि वह अपनी मेहनत की कमाई अपनी बेटी की शादी के लिए रखेंगे - यह मछुआरों, किसानों और मजदूरों का पैसा है.
लगभग 300 सहकारी बैंक ऐसे हैं जो पूरी तरह से वामपंथियों द्वारा चलाए जाते हैं और आम और गरीब लोगों का करीब एक लाख करोड़ रुपया वहीं पड़ा हुआ है. इनके संचालकों ने इस पैसे का इस्तेमाल संपत्तियां खरीदने में किया. हमने अभी लगभग 90 करोड़ रुपये जब्त किए हैं और मैं फिलहाल कानूनी सलाह ले रहा हूं कि यह पैसा उन लोगों को कैसे लौटाया जाए जिन्होंने अपना पैसा बैंक में रखा है.
मैंने ईडी से अनुरोध किया कि वह उनके पैसे लौटाना शुरू करे और उन लोगों की संपत्तियों को कुर्क करे जो इन लोगों को लूट रहे थे. हमने जब्त किए गए धन में से 17,000 करोड़ रुपये लौटाए भी हैं. यह कोई चुनावी मुद्दा नहीं है.' पीएम मोदी ने केरल के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'बीजेपी और जनसंघ के समय से ही हम देश के हर हिस्से में सेवा करना चाहते हैं. जहां राजनीतिक लाभ हो वहां काम करें और जहां लाभ न हो वहां न करें--ये हमारे सिद्धांत नहीं हैं.'