रायपुर: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने एक बार फिर प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र और राज्य सरकार दोनों को निशाने पर लिया. भूपेश बघेल ने कहा कि ''जब जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है. तब तब जांच एजेंसियों का दुरुपयोग होता है. कुछ दिनों पहले टेरर फंडिंग का मामला बताकर NIA ने 4 ग्रामीण आदिवासियों को गिरफ्तार किया. इसमे भाजपा नेता महेश गागड़ा और जिले के उपाध्यक्ष के परिवार वालों के खाते में भी तेंदूपत्ता ठेकेदार ने 90 लाख रुपये ट्रांसफर किए''. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ''बुधवार को बीजापुर के कांग्रेस विधायक विक्रम मांडवी के नेतृत्व में कांग्रेस के लोग अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपेंगे.''
NIA की जांच पर सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "कुछ दिनों पहले NIA ने चार लोगों को टेरर फंडिंग के नाम पर गिरफ्तार किया. पूर्व वन मंत्री और भाजपा नेता के भाई के खाते में पैसा गया. 4 ग्रामीण आदिवासियों के खाते में भी पैसा डाला गया था. बीजेपी नेता के खाते में पैसा गया''. बघेल ने सरकार से सवाल किया है कि ''इस तरह का भेदभाव क्यों किया जा रहा है और यह टेरर फंडिंग है तो चार ग्रामीण आदिवासियों की गिरफ्तारी NIA ने की है, ऐसे में बचे इन लोगों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए. कल बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी के नेतृत्व में कांग्रेस के लोग NIA के ऑफिस में जाकर ज्ञापन सौंपेंगे. उनके खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग करेंगे. महेश गागड़ा के भाई के अकाउंट में लगभग 90 लाख रुपए ट्रांसफर हुए हैं ."
"सरकार और बीजेपी के इशारे पर केंद्रीय जांच एजेंसियां काम कर रही है. महेश गागड़ा और उसके भाई को बचाने और निर्दोषों को फंसाने का काम किया जा रहा है. कल हमलोग इस संबंध में एक ज्ञापन भी देंगे. हमारी मांग है कि जब कार्रवाई होनी है तो एक जैसी क्यों नहीं हो रही है.": भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
बुधवार को देंगे ज्ञापन: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "जब 60 लाख रुपये की राशि में NIA ने चार ग्रामीण आदिवासियों को गिरफ्तार किया है तो 90 लाख की राशि पूर्व वन मंत्री और भाजपा नेता महेश गागड़ा के भाई और जिले के उपाध्यक्ष के अकाउंट में ट्रांसफर हुए''. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि ''ऐसे में सरकार दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है."
बघेल ने आगे कहा कि" केंद्रीय एजेंसी के द्वारा दुरुपयोग का मामला पूरे देश में देखने को मिल रहा है. यह छत्तीसगढ़ में भी अब दिखने लगा है. मामला भारतीय जनता पार्टी से संबंधित है और इस बात की जानकारी जब NIA को हो चुकी है तो ऐसे में NIA यहां पर क्यों करवाई नहीं कर रही है."
पत्रकारों के बहाने सरकार पर निशाना: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर का दूसरा उदाहरण देते हुए बताया कि "पत्रकारों की टीम अवैध रेत उत्खनन वाले क्षेत्र में खबर बनाने के लिए गई थी. पत्रकारों की गाड़ी में 15 किलोग्राम गांजा डालकर उनको फंसाने का काम. यह घटना पहली बार पत्रकारों के साथ नहीं हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पत्रकारों को गलत ढंग से फंसाकर उनको जेल में डालने का काम हुआ था. सरकार के खिलाफ न्यूज़ बनाने के मामले में गलत तरीके से फंसा कर उनको जेल में ठूंसा जा रहा है."
पूर्व सीएम भूपेश बघेल के आरोपों पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अब देखना होगा कि कांग्रेस के इन संगीन आरोपों पर बीजेपी क्या जवाब देती है.