बेंगलुरु: कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान से पहले, भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को पार्टी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री के. एस. ईश्वरप्पा को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया. बता दें कि उन्होंने शिवमोगा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था. उन्होंने शिवमोगा लोकसभा क्षेत्र से नामांकन किया था लेकिन सोमवार को वापसी के आखिरी दिन तक अपना नामांकन वापस नहीं लिया.
ईश्वरप्पा ने शिवमोगा से अपनी उम्मीदवारी बनाए रखी. वहीं 'इंतजार करो और देखो' की नीति के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया. इससे पहले ईश्वरप्पा ने अपने बेटे कांतेश के लिए हावेरी से लोकसभा टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया. बीजेपी नेता येदियुरप्पा के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए ईश्वरप्पा ने शिवमोगा सीट से येदियुरप्पा के बेटे राघवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया.
भाजपा राज्य अनुशासन समिति के अध्यक्ष लिंगराज पाटिल ने निष्कासन आदेश में कहा, 'भाजपा पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करते हुए, आपने (ईश्वरप्पा) वर्तमान शिवमोगा लोकसभा क्षेत्र से एक विद्रोही उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और पार्टी के लिए शर्मिंदगी का कारण बने. यह पार्टी के अनुशासन का उल्लंघन है. इसलिए, ईश्वरप्पा को तत्काल प्रभाव से सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है'.