नई दिल्ली: भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर तमिलनाडु में हाल ही में हुई जहरीली शराब त्रासदी पर उनकी पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाया. इस त्रासदी में कई लोग मारे गए थे. नड्डा ने खड़गे को लिखे पत्र में कहा कि तमिलनाडु में हुई शराब त्रासदी पूरी तरह से मानव निर्मित आपदा थी. उन्होंने कहा कि शायद अगर सत्तारूढ़ द्रमुक-आईएनडी गठबंधन सरकार और अवैध शराब माफिया के बीच गहरी सांठगांठ नहीं होती, तो 58 लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
#UPADTE | Tamil Nadu | Death toll in the Kallakurichi Hooch Tragedy rises to 58: Kallakurichi District Collectorate
— ANI (@ANI) June 24, 2024
नड्डा ने कहा कि तमिलनाडु में जहरीली शराब पीने से हुई मौत अब तक की सबसे भयावह त्रासदी है. कल्लाकुरिची के करुणापुरम गांव में जलती चिताओं की भयावह तस्वीरों ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है. इस त्रासदी में अब तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 159 लोग अस्पताल में भर्ती हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि खड़गे जी, जैसा कि आप जानते हैं, करुणापुरम में अनुसूचित जाति के लोग अधिक संख्या में रहते हैं, जो तमिलनाडु में गरीबी और भेदभाव के कारण अनेक चुनौतियों का सामना करते हैं. इसे देखते हुए, मुझे आश्चर्य हुआ कि जब इतनी बड़ी आपदा आई, तो आपके नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने इस पर चुप्पी साध रखी है. उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर हमें पार्टी लाइन से ऊपर उठने की जरूरत है और एससी, एसटी समुदाय का कल्याण और सुरक्षा ऐसा ही एक मुद्दा है.
Union Minister and BJP national president JP Nadda wrote a letter to the Congress President Mallikarjun Kharge regarding the deaths due to illicit liquor in Tamil Nadu
— ANI (@ANI) June 24, 2024
" i was shocked that when such a huge disaster has taken place, the congress party led by you has maintained a… pic.twitter.com/8ZsJBzagBz
नड्डा ने खड़गे से कहा कि वे तमिलनाडु की डीएमके-आईएनडी गठबंधन सरकार पर सीबीआई जांच के लिए दबाव डालें और राज्य के मद्य निषेध एवं आबकारी मंत्री एस मुथुसामी को उनके पद से तत्काल हटाएं सुनिश्चित करें. उन्होंने यह भी मांग की कि पीड़ितों के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे की राशि को उचित स्तर तक बढ़ाया जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इन परिवारों को पर्याप्त सहायता मिले.
भाजपा प्रमुख ने कहा कि खड़गे जी, आज समय आ गया है कि न्याय पर सही मायनों में अमल किया जाए. इसे एक असफल राजनीतिक वंशवाद की शुरुआत के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आकर्षक अभियान नारे तक सीमित न रखा जाए. आज तमिलनाडु के लोग और पूरा एससी समुदाय कांग्रेस पार्टी और खासकर राहुल गांधी और इंडी गठबंधन के नेताओं की दोहरी भाषा देख रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि अचानक ही संविधान और एससी/ओबीसी समुदाय के कल्याण और अधिकारों को सुनिश्चित करने के बारे में राहुल गांधी के सभी पाखंडी उपदेश बंद हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि खड़गे जी, अब कार्रवाई करने का समय आ गया है. खोखले शब्द, फर्जी बयानबाजी और खोखले वादे द्रमुक-भारत गठबंधन सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के पीड़ितों और उनके परिवारों पर किए गए 'अन्याय' को खत्म नहीं करेंगे. भाजपा प्रमुख ने खड़गे से यह भी आग्रह किया कि वे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए कहें या कम से कम इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाने का साहस जुटाएं.
उन्होंने आगे रेखांकित किया कि विपक्षी दल के भारत ब्लॉक के विभिन्न घटकों में अवैध शराब के कारोबार और शराब घोटाले के लिए रुचि है. ऐसी प्रवृत्ति राष्ट्र और समाज को नुकसान पहुंचाती है. नड्डा ने कहा कि आपको अपने गठबंधन से ऐसे तत्वों को निकाल देना चाहिए, जो महात्मा गांधी जी के मूल दर्शन के खिलाफ जाते हैं, जो शराब के सेवन के सख्त खिलाफ थे और अवैध शराब के कारोबार या शराब घोटाले को संरक्षण देते हैं.
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