चंडीगढ़: हरियाणा में इस बार भी विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. दोनों पार्टियां अब अपने जिताऊ उम्मीदवार तय करने में जुटी हैं. बीजेपी जहां दो दिन तक गुरुग्राम में टिकट के दावेदारों को लेकर मैराथन बैठक कर चुकी है. 25 अगस्त यानी रविवार को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में हरियाणा के विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों को लेकर फैसला हो सकता है. इधर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक सोमवार यानी 26 अगस्त को होगी.
बीजेपी कर चुकी उम्मीदवारों पर मंथन
हरियाणा बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की रविवार 25 अगस्त को होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले पार्टी के नेताओं ने दो दिन गुरुग्राम में उम्मीदवारों को लेकर मंथन किया. पार्टी ने सभी 90 सीटों पर उम्मीदवारों का मंथन कर लिया है. मंथन के बाद तैयार सूची केंद्रीय चुनाव समिति के सामने पेश होगी. जिसमें सूची पर मंथन के बाद फाइनल नामों की लिस्ट जारी होगी. उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी की प्रत्याशियों की पहली सूची आने वाले सप्ताह के शुरुआती दिनों में आ सकती है.
बीजेपी काट सकती है कई मंत्रियों के टिकट
सूत्रों के मुताबिक तीसरी बार जीत के लिए बीजेपी जिताऊ उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि बीजेपी मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के टिकट भी काट सकती है. यानी मौजूदा विधायकों में से करीब चालीस फीसदी का टिकट कट सकता है. हालांकि चर्चा ये है कि फिलहाल जो लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति के पास चर्चा के लिए भेजी जाएगी उसमें अभी सभी विधायकों के नाम रखे गए हैं. इसके साथ ही पार्टी कुछ वरिष्ठ नेताओं के परिवार के सदस्यों को भी जीत पक्का करने के लिए चुनावी रण में उतार सकती है.
कई सीट पर एक नाम फाइनल
सूत्रों के मुताबिक पार्टी को हजारों की संख्या में आवेदन मिले थे. जिसमें से कुछ सीटों पर पार्टी ने एक नाम की भी लिस्ट तैयार की हुई है. वहीं कुछ सीट पर तीन से चार नाम शामिल हैं. हालांकि जो सूची गुरुग्राम में तय की गई है, उस पर पार्टी की छोटी टोली पहले बैठक करके फाइनल नाम केंद्रीय चुनाव समिति के पास भेजेगी. यानी केंद्रीय चुनाव समिति के पास लिस्ट जाने से पहले भी लिस्ट में काम किया जा सकता है. उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी की उम्मीदवारों की पहली सूची 26 से 28 अगस्त के बीच जारी हो सकती है. इसमें वो नाम होंगे जिनको लेकर पार्टी को अधिक विचार करने की शायद जरूरत ना पड़े.
26 अगस्त को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
इधर कांग्रेस पार्टी भी 2500 से अधिक आवेदनों पर चर्चा करने जा रही है. इसको लेकर पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में 26 अगस्त यानी सोमवार को होगी. पार्टी इस बार हरियाणा में बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए पूरी तरह आश्वस्त हैं. ऐसे में इस बार कांग्रेस के टिकट के दावेदारों की लिस्ट भी लंबी है. वहीं पार्टी नेताओं की आपसी गुटबाजी और अपने-अपने खेमे के लोगों को टिकट दिलाने की भी होड़ मची हुई है. हालांकि सूत्र बताते हैं कि हुड्डा और कुमारी सैलजा गुट एक दूसरे के गुट के नेताओं की टिकट कंफर्म होने में कोई अड़चन नहीं डालेंगे.
2 बार हार चुके नेताओं को टिकट मिलना मुश्किल
दरअसल कुमारी सैलजा विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं. हालांकि इसका फैसला उन्होंने हाइकमान पर छोड़ा है. वो सीएम बनने की चाहत भी मीडिया में कई बार जाहिर कर चुकी हैं. ऐसे में हुड्डा गुट और सैलजा गुट आसानी से एक दूसरे के गुट के नेताओं की टिकट कंफर्म होने देगा, इसकी उम्मीद कम ही दिखाई देती है. चर्चा तो ये भी है कि लगातार दो बार चुनाव हर चुके नेताओं को इस बार आसानी से टिकट मिलना मुश्किल है.
5 सितंबर से शुरू होंगे नामांकन
कांग्रेस के लिए उम्मीदवार फाइनल करना सबसे बड़ी चुनौती इसलिए भी होगी क्योंकि उसे प्रदेश कांग्रेस के दोनों धड़ों के बीच बैलेंस बैठाना होगा. माना जा रहा है स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद कांग्रेस 2 सितंबर तक उम्मीदवारों की पहली लिस्ट घोषित कर सकती है. बता दें कि 5 सितंबर को हरियाणा में चुनाव की अधिसूचना जारी हो जाएगी. यानी बीजेपी हो या कांग्रेस या अन्य दल, सभी की पहली सूची पांच सितंबर से पहले घोषित हो सकती है. प्रदेश में नामांकन 12 सितंबर तक होंगे.
ये भी पढ़ें- क्या हरियाणा में बदलेगी मतदान की तारीख? प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को किया मेल
ये भी पढ़ें- अंबाला की जनता किस के सर पर सजाएगी जीत का ताज, जानिए क्या है जनता के बड़े चुनावी मुद्दे