बिलासपुर: बेटियों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए पचपेड़ी में 100 बिस्तरों वाला छात्रावास स्कूल के साथ बनाया गया. यहां रहकर पढ़नेवाली छात्राओं की शिकायत है कि उनको ढंग का नाश्ता तक नहीं दिया जाता. छात्राओं की दिक्कतों पर जब छात्रावास और स्कूल प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. नाराज छात्राएं प्रदर्शन कर हॉस्टल अधीक्षिका के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं. मौके पर बच्चों को समझाने के लिए तहसीलदार माया अंचल लहरे पहुंचीं.
''लिखकर दे दूंगी तो चली जाओगी जेल'': तहसीलदार मैडम ने बच्चों को प्रदर्शन बंद करने के लिए कहा. नाराज छात्राएं इस बात पर अड़ी रहीं कि उनकी समस्याओं का समाधान पहले किया जाए. छात्राएं तहसीलदार को अपनी परेशानियां भी गिना रही थीं. इसी दौरान तहसीलदार मैडम ने अपना आपा खो दिया और कहा कि '' अगर मैं लिखकर दे दूंगी तो जेल चली जाओगी''. मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी भी बच्चों से ये कहते हुए सुना गया कि ''तुम जानती नहीं हो किससे बात कर रही हो. शोर मत मचाओ जो कहा जा रहा है वो सुनो''.
क्यों नाराज हैं पचपेड़ी छात्रावास की छात्राएं: हॉस्टल में सुविधाएं बढ़ाने और अच्छा खाना दिए जाने की मांग को लेकर छात्राओं ने चक्काजाम किया. जाम की खबर मिलते ही मौके पर तहसीलदार पहुंचीं. बजाए छात्राओं को समझाने वो उनपर ही गुस्सा दिखाने लगी. तहसीलदार मैडम का अब वीडियो भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा है.