भोजपुर: बिहार के एक युवक को ईरान में बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है. फिरौती के रूप में दो करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही है. घटना की जानकारी मिलने के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. युवक की मां ने पीएम मोदी से गुहार लगायी है कि उनके बेटे को भारत वापस बुला लिया जाए.
2 करोड़ रुपए की डिमांडः दरअसल, मामला बिहार के भोजपुर का है. युवक की पहचान जिले के पिरो के सुखरौली गांव निवासी मुंगी लाल साह का पुत्र गौरव गुप्ता के रूप में हुई है. परिजनों के मुताबिक वह पिछले दो महीने एजेंट के माध्यम से काम करने के लिए ईरान गया था. वहां एजेंट ने उसे गिर्वी रखकर ड्रग्स लेकर चले आए. इसके बाद युवक को तस्करों ने बंधक बना लिया है. छोड़ने के बदले 2 करोड़ रुपए की डिमांड कर रहा है. मां का रो-रोकर हाल खराब है. एक रट लगा रही मोदी जी मेरे बेटा को ला दीजिए.
"अब एक ही उम्मीद है कि मोदी सरकार ही मेरे बेटे को वापस ला सकती है. हम उनसे भीख मांग रहे है की एक बार मेरे बेटे को वापस सरकार ला दे. फिर हम उसको कभी यहां से दूर नहीं भेजेंगे. मोदी जी मेरे बेटे को वापस ला दीजिए." -जगवांति देवी, गौरव की मां
पहले पाकिस्तान और फिर ईरान गयाः परिजनों के मुताबिक युवक को एजेंट के माध्यम से पटना से मुंबई, फिर दुबई, पाकिस्तान और उसके बाद ईरान ले जाया गया है. वहां से वाट्सएप के वॉइस रिकॉर्डिंग के जरिए उसके परिजनों से लगातार पैसे की मांग की जा रही है. परिजनों के द्वारा हसनबाजार थाना में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. आरा सांसद सह केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को भी इससे अवगत कराया गया है. पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है.
"मामले में प्राथमिकी कर पुलिस कार्रवाई कर रही है. उसे ईरान में नौकरी लगाने के लिए ले जाया गया था. अब संपर्क नहीं हो पा रहा है. यह अंतरराष्ट्रीय मामला है. इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी गयी है." -राहुल सिंह, पीरो डीएसपी
15 फरवरी को घर से निकला थाः गौरव के भाई राजन ने बताया कि गौरव 15 फरवरी को घर से ईरान के लिए पटना जंक्शन पहुंचा था. पटना जंक्शन से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से मुबंई पहुंचा. जॉब एजेंट कंपनी (इंटरनेशनल किडनैपर गैंग) के खर्च पर मुंबई एक होटल में एक सप्ताह ठहरा. 22 फरवरी को एयर अरबिया एयरलाइंस से शारजाह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरा. शारजाह में उसे इंटरनेशनल किडनैपर गैंग हैंडलर मिस्टर साहू और सोनू ने रिसीव किया.
तेल कारखाने में काम का दिया था झांसाः गौरव के भाई के मुताबिक दोनों व्यक्ति ने गौरव को ईरान के तेल कारखाने में काम लगवाने की बात कही थी. उसे ईरान ले गया और वहां छोड़कर भाग निकला. आठ मई के बाद से गौरव से बात नहीं हो पा रही थी. तब उसने वॉयस मैसेज भेजना शुरू किया. वायस मैसेज भी किडनैपरों के द्वारा ही कराया जा रहा है. मैसेज के माध्यम से 2 करोड़ रुपए की डिमांड की जा रही है.
"आखिरी बार जब बात हुई तब उसने बताया था कि उसे जिस काम के लिए ईरान ले जाया गया था वह काम नहीं कराया गया. ड्रग्स के बदले गौरव को गिरवी रखा गया है. गौरव के अपहरण की सूचना अहमदाबाद पुलिस ने दी है. उसे ईरान में तस्करों के द्वारा किडनैप कर लिया गया है." -राजन कुमार, गौरव का भाई
गौरव को गिरवी रखकर ड्रग्स ले आए तस्करः गौरव के भाई मुताबिक 29 अप्रैल को पोरबंदर बंदरगाह के रास्ते ड्रग्स लेकर तस्कर भारत पहुंचने वाले थे. इसकी सूचना भारतीय तट रक्षक, एनसीबी और एटीएस को पहले से थी. कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने पांच तस्करों को गिरफ्तार किया था. करोड़ों के ड्रग्स बरामद किए गए थे. पूछताछ में तस्करों में से एक के मोबाइल में गौरव का नम्बर मिला. उसने बताया कि गौरव को गिरवी रखकर ड्रग्स लाया है. अब तस्कर ड्रग्स के बदले 2 करोड़ रुपए मांग रहा है.
पाकिस्तानी नंबर से आ रहा फोनः राजन के मुताबिक लगातार वट्सप कॉल और वॉइस मैसेज से पाकिस्तानी नम्बर से फिरौती की मांग की जा रही है. किडनैपरों के द्वारा कॉल पर उर्दू में बात करने का दबाव बनाया जाता है लेकिन उर्दू नहीं आने की वजह से गौरव उनलोगों से गुहार लगाता है कि हिंदी में ही बात करने दिया जाए. भोजपुरी भाषा का इस्तेमाल कर किडनैपरों के सामने से ही गौरव सारी परिस्थितियों से परिजनों को वाकिफ करा देता है.
कार्रवाई में जुटा विदेश मंत्रालयः परिवार वाले अब केंद्रीय मंत्री आरके सिंह से संपर्क कर घर के बेटे को मुक्त कराने की गुहार लगाई है. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह विदेश मंत्रालय को पत्र लिख कर युवक की बरामदगी की अपील की है. इस मामले में विदेश मंत्रालय हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है. ईरान में भारतीय एंबेसी में संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू की जा चुकी है. विदेश मंत्रालय से मेल के जरिए परिजनों से संपर्क बनाया जा रहा है.
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