पटना: बिहार में ट्रेवल एंड टूरिज्म फेयर का आयोजन किया जा रहा है. टूरिज्म फेयर में दूसरे राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं. बुधवार को उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी टूरिज्म फेयर में हिस्सा लिया. दोनों राज्यों के बीच पर्यटन स्थल को जोड़ने पर जोर दिया. उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज को बिहार में पर्यटन की अपार संभावना दिखती है.
बिहार में पर्यटन की संभावनाएंः उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि बिहार में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. बिहार में बौद्ध सर्किट को और विकसित करने की जरूरत है. बौद्ध धर्म को मानने वाले देश कंबोडिया, बर्मा, जापान थाईलैंड जैसे देश बिहार की ओर आशा भरी निगाहों से देखते हैं. बिहार के पर्यटन क्षेत्र को अगर विकसित किया जाए तो दुनिया भर के लोग बिहार का रुख करेंगे.
"बिहार से कनेक्टिविटी को और दुरुस्त करने की जरूरत है. जल मार्ग से बिहार को कोलकाता और फिर इलाहाबाद तक जोड़ा जा सकता है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस क्रूज का संचालन कर बिहार पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है."- सतपाल जी महाराज, पर्यटन मंत्री, उत्तराखंड
12 ज्योतिर्लिंग का सर्किट बनेः उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल जी महाराज ने कहा कि बिहार में नालंदा और विक्रमशिला जैसे ऐतिहासिक पुरातात्विक स्थल हैं. वहां और अधिक खोज करने की जरूरत है. बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग उस दौर में कैसे रहते थे इसे भी लोगों को बताने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 12 ज्योतिर्लिंग का एक सर्किट बने, जिससे कि पर्यटकों के लिए भगवान शिव का दर्शन आसान हो सके.
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