अमरावती: वाईएसआरसीपी के दो सांसदों ने राज्यसभा से इस्तीफा से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में युवाजन श्रमिक रायथु कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के राज्यसभा सदस्यों बीडा मस्थान राव यादव और वेंकटारमन राव मोपीदेवी शामिल हैं. इन दोनों सदस्यों के इस्तीफे के बाद राज्यसभा में वाईएसआरसीपी के सदस्यों की संख्या 11 से घटकर नौ रह गई है. संसदीय सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
बताया जा रहा है कि रास्ते में वाईएसआरसीपी के छह और सांसद इस्तीफा देने की तैयारी में हैं. इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे इन आठ लोगों में से चार टीडीपी की ओर और चार भाजपा की ओर देख रहे हैं. शुरू से राजनीति में रहे सांसद टीडीपी में शामिल होंगे और व्यापारी वर्ग से राज्यसभा के लिए चुने गए सांसद भी भाजपा में शामिल होंगे. बता दें कि आंध्र प्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं. 2019 में राज्य में वाईएसआरसीपी के सत्ता में आने के बाद तीन चरणों में हुए चुनावों में सभी 11 सीटों पर वाईएसआरसीपी के नेता राज्यसभा के लिए चुने गए.
संख्या बल के लिहाज से वह राज्यसभा में चौथी सबसे बड़ी पार्टी बन गई. 2024 के आम चुनाव में वैकपा की करारी हार के बाद उस पार्टी से पलायन शुरू हो गया. कई सांसद और एमएलसी जो अपमान और कठिनाइयों के बावजूद धैर्य के साथ उसी पार्टी में बने रहे, अब वैकपा छोड़ रहे हैं. वाईएस जगन को व्यापार, राजनीति, राज्य और दिल्ली में समर्थन देने वाले एक अन्य सांसद भी वाईएसआरसीपी से इस्तीफा देंगे. जगन के करीबी रिश्तेदार सांसद वाईवी सुब्बारेड्डी वाईएसआरसीपी में बने रहने वाले दो अन्य सांसद हैं.