हैदराबाद: भारत के दूसरे सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व चेयरमैन चंदा कोचर द्वारा उसके खिलाफ चल रहे धोखाधड़ी मामले के बीच आरबीआई ने एक बड़ी घोषणा की है. भारतीय रिजर्व बैंक ने आईसीआईसीआई बैंक के पार्ट टाइम चेयरमैन के रूप में प्रदीप कुमार सिन्हा की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. सिन्हा 1 जुलाई, 2024 से अगले तीन वर्षों के लिए इस पद पर रहेंगे.
30 जून 2024 को आईसीआईसीआई बैंक के जी.सी. चतुर्वेदी गैर-कार्यकारी पार्ट टाइम चेयरमैन के रूप में सेवानिवृत्त होंगे. इस रिक्ति को भरने के लिए प्रदीप कुमार सिन्हा को नियुक्त किया गया है. जहां चतुर्वेदी का कार्यकाल 30 जून, 2024 को समाप्त होगा, वहीं प्रदीप कुमार सिन्हा अगले दिन 1 जुलाई, 2024 से तीन साल के लिए कार्यभार संभालेंगे.
कौन हैं ये प्रदीप कुमार सिन्हा?
आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, 1976 में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 1977 में आईएएस बने. प्रदीप कुमार सिन्हा ने आईएएस बनने के बाद उत्तर प्रदेश में सेवा की, जिसके बाद उन्होंने अपना अधिकांश समय भारत सरकार में बिताया, सरकारी सेवा में रहते हुए वह कैबिनेट सचिव के पद तक पहुंचे. अपने अनुभव के आधार पर, उन्होंने ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, परिवहन, शहरी विकास और वित्त के क्षेत्रों में विशेषज्ञता विकसित की है.
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