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एसीबी की एफआईआर राजनीतिक षड़यंत्र, जो दुबई जाकर चंद्राकर की शादी में नाचे,वहीं राम मंदिर उद्घाटन के अतिथि बने : भूपेश बघेल

Bhupesh Baghel छत्तीसगढ़ में कोल लेवी स्कैम और शराब घोटाला मामले में एसीबी की एफआईआर के बाद राजनीति गर्म हो चुकी है.पूर्व मुख्यमंत्री ने इस एफआईआर और कांग्रेस नेताओं के नाम शामिल करने को राजनीतिक षड़यंत्र करार दिया.साथ ही राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए बॉलीवुड के सितारों को महादेव एप के सरगना का साथी बता डाला.ACB FIR Political Conspiracy

ACB FIR Political Conspiracy
एसीबी की एफआईआर राजनीतिक षड़यंत्र
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 26, 2024, 5:04 PM IST

Updated : Jan 27, 2024, 6:40 AM IST

एसीबी की एफआईआर राजनीतिक षड़यंत्र

रायपुर : कोल लेवी स्कैम और शराब घोटाला में ईडी ने एसीबी में सौ से ज्यादा लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्मा गई है. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए.साथ ही इस हरकत के पीछे प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय पर हमला बोला.

लोकसभा के मद्देनजर की जा रही कार्रवाई : ईडी की एफआईआर पर सवाल उठाते हुए भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ में तीन साल से ईडी और आईटी जांच कर रहे हैं. जांच में पूर्व मंत्रियों का नाम नहीं था. लेकिन आज षड़यंत्र के तहत कार्रवाई हो रही है. यह पूरी कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है.3 साल से ईडी और आईटी इस मामले की जांच कर रही है. अब एसीबी को कहा कि एफआईआर दर्ज करें.

''जब ईडी और आईटी जांच कर रही थी, तब ना यूडी मिंज का नाम था, ना अमरजीत भगत का नाम था, ना कवासी लखमा का नाम था. आज अचानक एसीबी ने केस रजिस्टर करते हुए सभी नेताओं का नाम शामिल कर दिया.मतलब किसी का नाम लिखकर उसकी इज्जत उछालो और बदनाम करने का षड़यंत्र हो रहा है.''- भूपेश बघेल, पूर्व सीएम

यूडी मिंज का नाम क्यों ? : यूडी मिंज का दोष इतना था कि वह विष्णुदेव साय के खिलाफ चुनाव लड़े. एसीबी जांच का आदेश मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से होता है. मुख्यमंत्री काफी छोटी सोच के हैं. जब ईडी जांच कर रही थी तब किसी नेता का नाम नहीं आया था. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इन्हें बदनाम किया जा रहा है.शराब में घोटाला हुआ था, तब राज्य सरकार के कोष में हानि की बात कही गई. 2 साल से जांच कर रहे हैं, लेकिन संपत्ति का प्रमाणीकरण नहीं कर पा रहे हैं. पहले ईडी और आईटी बदनाम कर रही थी. इस छोटी सोच के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करता हूं. हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे.

बॉलीवुड एक्टर्स पर गंभीर आरोप : पूर्व सीएम भूपेश बघेल यहीं नहीं रुके महादेव एप को लेकर छत्तीसगढ़ में हो रही कार्रवाई पर भी सवाल उठाए.भूपेश बघेल ने कहा कि आज तक महादेव एप को लेकर केंद्रीय एजेंसी ने कुछ नहीं किया.कांग्रेस के शासन में 90 से ज्यादा मामले दर्ज हुए.मुख्य आरोपियों को लुकआउट नोटिस जारी हुआ.आज बॉलीवुड स्टार्स और खिलाड़ी ऑनलाइन बेटिंग एप का प्रचार प्रसार कर रहे हैं.कि इसमें पैसा लगाओं करोड़पति बन जाओगे.सिर्फ तीन लोगों का नाम सामने आया.फिर ये कहा गया कि मुख्यमंत्री ने 508 करोड़ रुपए लिए.खुद प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ आकर ये बयान दिया.लेकिन किसी को पकड़कर सामने नहीं लाए.

राम मंदिर उद्घाटन को लेकर कसा तंज : भूपेश बघेल ने राम मंदिर में शामिल होने गए कुछ फिल्मी सितारों पर आरोप लगाए. भूपेश बघेल ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अमित शाह शामिल नहीं हुए.राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए.बल्कि वो लोग शामिल हुए जो महादेव एप के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर की शादी में दुबई जाकर नाचे थे. वो उद्घाटन में अतिथि बनकर मौजूद थे, जबकि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री वहां मौजूद नहीं थे.

किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR ? : ईडी ने इस मामले में दो अलग-अलग घोटालों में शामिल लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है. शराब घोटाला में अनवर ढेबर, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, एक दर्जन से अधिक आबकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं. वहीं कोल लेवी स्कैम मामले में जेल में बंद रानू साहू, समीर विश्वनोई, सौम्‍या चौरसिया, सुनील अग्रवाल, सूर्यकांत तिवारी, विनोद तिवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.वहीं पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी, बृहस्पत सिंह, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक यूडी मिंज, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, रामगोपाल अग्रवाल, विजय भाटिया, चंद्रदेव राय समेत 70 नामजद आरोपी हैं.

ईडी की कार्रवाई पर कांग्रेस ने उठाए सवाल,सीएम विष्णुदेव साय बोले स्वतंत्र एजेंसी कर रही अपना काम
निलंबित आईएएस रानू साहू की जमानत याचिका पर सुनवाई टली
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रायपुर : कोल लेवी स्कैम और शराब घोटाला में ईडी ने एसीबी में सौ से ज्यादा लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्मा गई है. छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए.साथ ही इस हरकत के पीछे प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय पर हमला बोला.

लोकसभा के मद्देनजर की जा रही कार्रवाई : ईडी की एफआईआर पर सवाल उठाते हुए भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ में तीन साल से ईडी और आईटी जांच कर रहे हैं. जांच में पूर्व मंत्रियों का नाम नहीं था. लेकिन आज षड़यंत्र के तहत कार्रवाई हो रही है. यह पूरी कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है.3 साल से ईडी और आईटी इस मामले की जांच कर रही है. अब एसीबी को कहा कि एफआईआर दर्ज करें.

''जब ईडी और आईटी जांच कर रही थी, तब ना यूडी मिंज का नाम था, ना अमरजीत भगत का नाम था, ना कवासी लखमा का नाम था. आज अचानक एसीबी ने केस रजिस्टर करते हुए सभी नेताओं का नाम शामिल कर दिया.मतलब किसी का नाम लिखकर उसकी इज्जत उछालो और बदनाम करने का षड़यंत्र हो रहा है.''- भूपेश बघेल, पूर्व सीएम

यूडी मिंज का नाम क्यों ? : यूडी मिंज का दोष इतना था कि वह विष्णुदेव साय के खिलाफ चुनाव लड़े. एसीबी जांच का आदेश मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर से होता है. मुख्यमंत्री काफी छोटी सोच के हैं. जब ईडी जांच कर रही थी तब किसी नेता का नाम नहीं आया था. लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इन्हें बदनाम किया जा रहा है.शराब में घोटाला हुआ था, तब राज्य सरकार के कोष में हानि की बात कही गई. 2 साल से जांच कर रहे हैं, लेकिन संपत्ति का प्रमाणीकरण नहीं कर पा रहे हैं. पहले ईडी और आईटी बदनाम कर रही थी. इस छोटी सोच के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करता हूं. हम इसके खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे.

बॉलीवुड एक्टर्स पर गंभीर आरोप : पूर्व सीएम भूपेश बघेल यहीं नहीं रुके महादेव एप को लेकर छत्तीसगढ़ में हो रही कार्रवाई पर भी सवाल उठाए.भूपेश बघेल ने कहा कि आज तक महादेव एप को लेकर केंद्रीय एजेंसी ने कुछ नहीं किया.कांग्रेस के शासन में 90 से ज्यादा मामले दर्ज हुए.मुख्य आरोपियों को लुकआउट नोटिस जारी हुआ.आज बॉलीवुड स्टार्स और खिलाड़ी ऑनलाइन बेटिंग एप का प्रचार प्रसार कर रहे हैं.कि इसमें पैसा लगाओं करोड़पति बन जाओगे.सिर्फ तीन लोगों का नाम सामने आया.फिर ये कहा गया कि मुख्यमंत्री ने 508 करोड़ रुपए लिए.खुद प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ आकर ये बयान दिया.लेकिन किसी को पकड़कर सामने नहीं लाए.

राम मंदिर उद्घाटन को लेकर कसा तंज : भूपेश बघेल ने राम मंदिर में शामिल होने गए कुछ फिल्मी सितारों पर आरोप लगाए. भूपेश बघेल ने कहा कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अमित शाह शामिल नहीं हुए.राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए.बल्कि वो लोग शामिल हुए जो महादेव एप के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर की शादी में दुबई जाकर नाचे थे. वो उद्घाटन में अतिथि बनकर मौजूद थे, जबकि किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री वहां मौजूद नहीं थे.

किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR ? : ईडी ने इस मामले में दो अलग-अलग घोटालों में शामिल लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है. शराब घोटाला में अनवर ढेबर, पूर्व मंत्री कवासी लखमा, अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, एक दर्जन से अधिक आबकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं. वहीं कोल लेवी स्कैम मामले में जेल में बंद रानू साहू, समीर विश्वनोई, सौम्‍या चौरसिया, सुनील अग्रवाल, सूर्यकांत तिवारी, विनोद तिवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.वहीं पूर्व मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक शिशुपाल सोरी, बृहस्पत सिंह, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ, भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व विधायक यूडी मिंज, पूर्व विधायक गुलाब कमरो, रामगोपाल अग्रवाल, विजय भाटिया, चंद्रदेव राय समेत 70 नामजद आरोपी हैं.

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Last Updated : Jan 27, 2024, 6:40 AM IST
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