भोपाल। उत्तर प्रदेश में यूपी लोक सेवा आयोग की परीक्षा का पर्चा लीक होने के मामले में भोपाल से इसका कनेक्शन सामने आया है. इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ में राजधानी भोपाल के एक युवक को गिरफ्तार किया है जो कि प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था. उसने ही 10 लाख रुपये में पर्चा लीक किया था. इस पूरे मामले में अभी तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. 11 फरवरी को यूपी लोक सेवा आयोग की परीक्षा आयोजित हुई थी और 21 अप्रैल को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने इस परीक्षा का पेपर लीक होने की पुष्टि कर दी थी. जिसके बाद से ही उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम इस पूरे मामले की जांच कर रही थी.
भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ पेपर
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में उत्तर प्रदेश एचडीएफसी टीम ने राजधानी भोपाल में कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो की प्रिंटिंग प्रेस का कर्मचारी बताया जा रहा है. दरअसल यूपी लोक सेवा आयोग की आरओ/एआरओ परीक्षा का पर्चा भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है. पेपर लीक मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, 6 आरोपियों में भोपाल का सुनील रघुवंशी भी शामिल है.
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10 लाख में हुआ था पेपर लीक करने का सौदा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की यह परीक्षा 11 फरवरी को परीक्षा हुई थी. 21 अप्रैल को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने पेपर लीक का खुलासा किया था. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भोपाल की प्रिंटिंग प्रेस से पर्चा छपवाया था. इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने जानकारी दी की नकल माफिया राजीव नयन मिश्रा ने प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी सुनील रघुवंशी से संपर्क किया था. कर्मचारी सुनील ने 10 लाख में डील कर पर्चा लीक किया. सुनील रघुवंशी ने मिस प्रिंट वाले पर्चे को अपने पास रखा, खराब पर्चों को कटर मशीन से नष्ट करना होता है लेकिन परीक्षा से 8 दिन पहले सुनील कटर ठीक कराने के बहाने ले गया और पर्चा निकाल लिया. उसने यह पर्चा नवल मिश्रा को सौंप दिया, जिसके बाद यह प्रचार लीक हो गया था.