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चंद्रयान 3 ने दुनिया को बताई इसरो की ताकत, माधवी ठाकरे ने कहा महिलाएं बनाएं रखें अपना जज्बा - ISRO SCIENTIST MADHAVI THACKERAY

मैनिट भोपाल में आयोजित स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे शामिल हुईं. ईटीवी भारत ने की खास बातचीत.

ISRO SCIENTIST MADHAVI THACKERAY
इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 7, 2024, 8:59 PM IST

भोपाल: मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में विज्ञान भारती की ओर से 3 दिवसीय स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस और एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है. इसमें देशभर से महिला अंतरिक्ष वैज्ञानिक, इंजीनियर, मैथेमेटिक्स और आयुर्वेद समेत अन्य संकायों की वैज्ञानिक हिस्सा ले रही हैं. शनिवार को इस कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने स्टेम(STEM) फील्ड में महिलाओं की प्रतिभागिता पर चर्चा की.

'चंद्रयान 2 के फेलियर से मिली सीख'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "चंद्रयान 2 का फेलियर हमारे लिए सीख थी. इसमें जो हमने लेसन लिए उसका चंद्रयान 3 में इंप्लीमेंट किया. हार्डवेयर वाइज इसमें कोई खास बदलाव नहीं किया गया. सब कुछ सिमिलर था. लेकिन जहां सावधानियों की जरुरत थी. वहां हमने अधिक से अधिक टेस्टिंग की. सारी चीजों को काफी बारीकी से देखते हुए उसमें सुधार किया जो सक्सेस रहा और इसे पूरे देश ने सेलिब्रेट किया."

स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे हुईं शामिल (ETV Bharat)

'चंद्रयान 3 ने दुनिया को बताई इसरो की ताकत'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "इसरो बहुत सारे मिशन के लिए काम करता है. इसमें कम्युनिकेशन सैटेलाइट, रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट और नेविगेशन सैटेलाइट शामिल हैं. लेकिन जो इंटरप्रेनेटरी मिशन होते हैं, वो देश की जनता को कनेक्ट करते हैं. जैसे हमने देखा कि मार्स के बाद लोग काफी कनेक्ट हुए. इसरो के साथ में यही हाल चंद्रयान 3 के बाद रहा. मार्स के बाद इसरो क्या है, देश के लोगों को पता चल गया. इसी तरह चंद्रयान 3 के बाद दुनिया को भी पता चल गया कि इसरो क्या है. इस तरह से लोगों का कनेक्ट इसरो के साथ काफी बढ़ा है."

NATIONAL CONFERENCE STREE 2024
स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे (ETV Bharat)

'एक स्टेप आगे होगा चंद्रयान 4'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "चंद्रयान 3 में हमने लेंडर को लैंड करा दिया. चंद्रयान 4 में हम एक स्टेप आगे जाएंगे. इसमें हम वहां सरफेस से सैंपल कलेक्ट करेंगे. उसे धरती पर लेकर आएंगे. हालांकि अभी ये प्रोजेक्ट पाइप लाइन में है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में इसरो के बहुत सारे मिशन हैं. जिसमें गगनयान ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम है. इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन चाहिए. उसके लिए भी काम हो रहा है. साथ ही जो प्लानेट हैं, जैसे चंद्रयान, मार्स और हेवीनेस इसमें जाने की तैयारियां चल रही हैं."

'महिलाएं अपना जज्बा बनाएं रखें'

वर्तमान में माधवी ठाकरे भारत और फ्रांस के संयुक्त सैटेलाइट मिशन तृष्णा पर काम कर रही हैं. यह साल 2026 में लांच किया जाएगा. माधवी ठाकरे ने कहा कि "स्पेस सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी कम होने के कई कारण हैं. इनमें एक मैरिज ऐज होती है. इसके बाद फैमिली समेत अन्य चीजें भी इंपैक्ट करती हैं. लेकिन जिन महिलाओं में डिजायर होता है, वो अपने लक्ष्य को जरुर हासिल करती हैं. माधवी ने कहा कि अभी जो महिलाएं स्टेम फील्ड से जुड़ रही हैं वो अपना जज्बा बनाकर रखें. यदि आपके अंदर आग है, तो सफलता तो मिलेगी ही."

भोपाल: मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में विज्ञान भारती की ओर से 3 दिवसीय स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस और एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है. इसमें देशभर से महिला अंतरिक्ष वैज्ञानिक, इंजीनियर, मैथेमेटिक्स और आयुर्वेद समेत अन्य संकायों की वैज्ञानिक हिस्सा ले रही हैं. शनिवार को इस कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने स्टेम(STEM) फील्ड में महिलाओं की प्रतिभागिता पर चर्चा की.

'चंद्रयान 2 के फेलियर से मिली सीख'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "चंद्रयान 2 का फेलियर हमारे लिए सीख थी. इसमें जो हमने लेसन लिए उसका चंद्रयान 3 में इंप्लीमेंट किया. हार्डवेयर वाइज इसमें कोई खास बदलाव नहीं किया गया. सब कुछ सिमिलर था. लेकिन जहां सावधानियों की जरुरत थी. वहां हमने अधिक से अधिक टेस्टिंग की. सारी चीजों को काफी बारीकी से देखते हुए उसमें सुधार किया जो सक्सेस रहा और इसे पूरे देश ने सेलिब्रेट किया."

स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक डॉ माधवी ठाकरे हुईं शामिल (ETV Bharat)

'चंद्रयान 3 ने दुनिया को बताई इसरो की ताकत'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "इसरो बहुत सारे मिशन के लिए काम करता है. इसमें कम्युनिकेशन सैटेलाइट, रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट और नेविगेशन सैटेलाइट शामिल हैं. लेकिन जो इंटरप्रेनेटरी मिशन होते हैं, वो देश की जनता को कनेक्ट करते हैं. जैसे हमने देखा कि मार्स के बाद लोग काफी कनेक्ट हुए. इसरो के साथ में यही हाल चंद्रयान 3 के बाद रहा. मार्स के बाद इसरो क्या है, देश के लोगों को पता चल गया. इसी तरह चंद्रयान 3 के बाद दुनिया को भी पता चल गया कि इसरो क्या है. इस तरह से लोगों का कनेक्ट इसरो के साथ काफी बढ़ा है."

NATIONAL CONFERENCE STREE 2024
स्त्री 2024 नेशनल कॉन्फ्रेंस में इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे (ETV Bharat)

'एक स्टेप आगे होगा चंद्रयान 4'

इसरो वैज्ञानिक माधवी ठाकरे ने बताया कि "चंद्रयान 3 में हमने लेंडर को लैंड करा दिया. चंद्रयान 4 में हम एक स्टेप आगे जाएंगे. इसमें हम वहां सरफेस से सैंपल कलेक्ट करेंगे. उसे धरती पर लेकर आएंगे. हालांकि अभी ये प्रोजेक्ट पाइप लाइन में है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में इसरो के बहुत सारे मिशन हैं. जिसमें गगनयान ह्यूमन स्पेस प्रोग्राम है. इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन चाहिए. उसके लिए भी काम हो रहा है. साथ ही जो प्लानेट हैं, जैसे चंद्रयान, मार्स और हेवीनेस इसमें जाने की तैयारियां चल रही हैं."

'महिलाएं अपना जज्बा बनाएं रखें'

वर्तमान में माधवी ठाकरे भारत और फ्रांस के संयुक्त सैटेलाइट मिशन तृष्णा पर काम कर रही हैं. यह साल 2026 में लांच किया जाएगा. माधवी ठाकरे ने कहा कि "स्पेस सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी कम होने के कई कारण हैं. इनमें एक मैरिज ऐज होती है. इसके बाद फैमिली समेत अन्य चीजें भी इंपैक्ट करती हैं. लेकिन जिन महिलाओं में डिजायर होता है, वो अपने लक्ष्य को जरुर हासिल करती हैं. माधवी ने कहा कि अभी जो महिलाएं स्टेम फील्ड से जुड़ रही हैं वो अपना जज्बा बनाकर रखें. यदि आपके अंदर आग है, तो सफलता तो मिलेगी ही."

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