भोपाल। मध्य प्रदेश में अब पुलिस बुलाने के लिए डायल 100 को कॉल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, दरअसल जल्द ही पुलिस विभाग एक एप तैयार करवाने जा रही है. जिसमें लोग वाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से डायल 100 को बुलाने के लिए संदेश भेज सकेंगे. सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंचेगी.
पुलिस विभाग तैयार कर रहा खाका
सोशल मीडिया प्लेटफार्म से डायल 100 की सेवाएं जोड़ने के लिए पुलिस विभाग खाका तैयार करवाने में लगा है. अभी यह प्रथम चरण में है. इसका माड्यूल तैयार होने के बाद एप तैयार कराया जाएगा. इसके बाद इससे सोशल मीडिया में होने वाली शिकायतों को जोड़ा जाएगा. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोई घटना होने पर पीड़ित डायल 100 को फोन लगाते हैं. लेकिन कई बार यह नंबर व्यस्त आता है. ऐसे में सोशल मीडिया के द्वारा आसानी से लोग डायल 100 को बुला सकेंगे.
डायल 100 के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण
डायल 100 की सेवाएं सोशल मीडिया प्लेटफार्म से जोड़ने के पहले पुलिसकर्मियों और एफआरबी के चालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे वो मैसेज देखकर समझ सकें कि घटना की सूचना कहां से मिली है और घटना का प्रकार क्या है. वहीं जागरुकता के लिए थाने, बाजार व बस्तियों में पोस्टर चस्पा किए जाएंगे. जिसमें डायल 100 को सूचना देने वाले वाट्सएप नंबर और फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया अकाउंट की लिंक रहेगी.
स्टेट कंट्रोल रुम से संचालित होंगी सेवाएं
यदि कोई व्यक्ति डायल 100 को बुलाने के लिए एप पर शिकायत दर्ज कराता है, तो यह पहले स्टेट कंट्रोल रुम में पहुंचेगी. जहां से घटना के प्रकार और क्षेत्र को देखते हुए कंट्रोल रुम में बैठे कर्मचारी संबंधित थाने को हस्तांतरित करेंगे. इसके बाद डायल 100 को तत्काल मौके पर भेजा जाएगा. पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एप के माध्यम से डायल 100 की सेवाओं को जोड़ने के साथ हमारा प्रयास है कि इसका रिस्पांस टाइम भी कम किया जा सके.
लग सकता है 6 महीने का समय
एडीजी दूर संचार आदर्श कटियार ने बताया कि "इस मामले में पुलिस विभाग अभी योजना बना रहा है. इसके बाद टेंडर जारी किए जाएंगे. हमारी कोशिश है कि आगामी 6 महीने में हम सोशल मीडिया के साथ डायल 100 की सेवाओं को मर्ज कर दें. जिससे पीड़ितों को बेहतर ढंग से पुलिस की सहायता मिल सके."