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मुरादाबाद सीट से बीजेपी प्रत्याशी का हार्ट अटैक से निधन; कल मतदान भी किया, चुनाव प्रक्रिया पर नहीं पड़ेगा असर - BJP Candidate passes away

शनिवार को मुरादाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी कुंवर सर्वेश का निधन हो गया. हार्ट अटैक के चलते उनकी मृत्यु हो गई. पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन उनके आवास महल रतुपुरा में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार रविवार को दोपहर 2 बजे ठाकुरद्वारा रतुपूरा रोड पर होगा.

Etv Bharat Bharatiya Janata Party Moradabad Lok Sabha candidate Kunwar Sarvesh Singh passes away Election 2024
Etv Bharat मुरादाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी कुंवर सर्वेश का निधन
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 20, 2024, 8:53 PM IST

Updated : Apr 20, 2024, 10:40 PM IST

मुरादाबाद: दूसरे चरण के मतदान से पहले शनिवार को भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा. मुरादाबाद के लोकसभा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का निधन हो गया. शुक्रवार को पहले चरण के मतदान के दौरान उन्होंने अपना वोट भी डाला था. हार्ट अटैक के चलते शनिवार को दिल्ली एम्स में सर्वेश सिंह की 71 साल से अधिक की उम्र में मृत्यु हो गई. पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन उनके आवास महल रतुपुरा में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार रविवार को दोपहर 2 बजे ठाकुरद्वारा रतुपूरा रोड पर होगा.

हालांकि कुंवर सर्वेश सिंह के निधन से काउंटिंग और चुनाव की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. काउंटिंग पूरी की जायेगी. यदि स्वर्गीय सर्वेश सिंह जीत गए, तो ये सीट रिक्त घोषित करके दोबारा चुनाव कराए जायेंगे और यदि वो हार गए तो जीते हुए कैंडिडेट को सांसद का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस तरह चुनाव की प्रक्रिया पूर्ण मानी जायेगी. पूर्व सांसद एवं वर्तमान प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास महल रतुपुरा में रखा जाएगा. इसके बाद रविवार को कुंवर सर्वेश सिंह का अंतिम संस्कार दोपहर 2:00 बजे ठाकुरद्वारा में किया जाएगा.

कुंवर सर्वेश सिंह का राजनीतिक करियरः बता दें कि राजघराने से तालुल्क रखने वाले कुंवर सर्वेश सिंह आजादी के बाद मुरादाबाद के पहले भाजपा सांसद चुने गए थे. 1991 में सर्वेश सिंह पहली बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में ठाकुरद्वारा चुनाव जीतकर विधायक बने थे. इसके बाद अपनी पैतृक सीट पर 2007 तक विधायक बने रहे। इसके बाद 2009 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सर्वेश सिंह को मुरादाबाद से टिकट देकर मैदान में उतारा था। लेकिन मोहम्मद अज़हरुद्दीन से हार गए थे.इसके बाद फिर 2012 विधानसभा चुनाव में ठाकुरद्वारा से भाजपा उम्मीदवार के रूप में विधान सभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. विधायक रहने के दौरान ही 2014 में लोकसभा चुनाव में सर्वेश सिंह को मुरादाबाद से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा औरसमाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 87,504 वोटों के अंतर से हराया. आजादी के बाद मुरादाबाद से पहली बार भाजपा सांसद चुने गए थे. हालांकि 2019 के चुनाव में सपा उम्मीदवार एसटी हसन से चुनाव हार गए थे.

कूकरा एस्टेट की रानी से हुई थी शादीः कुंवर सर्वेश कुमार सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1952 को राजा रामपाल सिंह के घर हुआ था. उन्होंने 26 मई, 1983 को कूकरा एस्टेट की कुँवरानी साधना सिंह से शादी की थी. उनकी एक बेटी और एक बेटा कुंवर सुशांत सिंह है. कुंवर सर्वेश कुमार सिंह को राकेश सिंह के नाम से भी जाना जाता है. वह उत्तर प्रदेश के अनुभवी राजनीतिज्ञ माने जाते थे. वह ठाकुर (राजपूत ) जाति से ताल्लुक रखते थे. इनके बेटे कुंवर सुशांत सिंह वर्तमान में बरहापुर से भाजपा विधायक हैं.

2019 लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार से हार गए थे चुनावः उल्लेखनीय है कि मुरादाबाद से भाजपा ने पूर्व सांसद सर्वेश सिंह को प्रत्याशी बनाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रहे एसटी हसन ने चुनाव हरा दिया था. इस बार इंडिया गठबंधन ने रुचि वीरा और बसपा ने इरफान सैफी को प्रत्याशी बनाया है. एसटी हसन ने भी अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन सपा का अधिकृत सिंबल समय से न पहुंचने के कारण नामांकन पत्र ख़ारिज हो गया था. इस सीट पर आजम खान की नाराजगी भी प्रत्याशी चयन में देखने को मिली थी.

ये भी पढ़ें- राहुल गांधी बोले- जातिगत जनगणना हिंदुस्तान का एक्स-रे, इसलिए पीएम मोदी भाजपा के लोग नहीं कराना चाहते


मुरादाबाद: दूसरे चरण के मतदान से पहले शनिवार को भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा. मुरादाबाद के लोकसभा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का निधन हो गया. शुक्रवार को पहले चरण के मतदान के दौरान उन्होंने अपना वोट भी डाला था. हार्ट अटैक के चलते शनिवार को दिल्ली एम्स में सर्वेश सिंह की 71 साल से अधिक की उम्र में मृत्यु हो गई. पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन उनके आवास महल रतुपुरा में रखा जाएगा. उनका अंतिम संस्कार रविवार को दोपहर 2 बजे ठाकुरद्वारा रतुपूरा रोड पर होगा.

हालांकि कुंवर सर्वेश सिंह के निधन से काउंटिंग और चुनाव की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. काउंटिंग पूरी की जायेगी. यदि स्वर्गीय सर्वेश सिंह जीत गए, तो ये सीट रिक्त घोषित करके दोबारा चुनाव कराए जायेंगे और यदि वो हार गए तो जीते हुए कैंडिडेट को सांसद का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इस तरह चुनाव की प्रक्रिया पूर्ण मानी जायेगी. पूर्व सांसद एवं वर्तमान प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास महल रतुपुरा में रखा जाएगा. इसके बाद रविवार को कुंवर सर्वेश सिंह का अंतिम संस्कार दोपहर 2:00 बजे ठाकुरद्वारा में किया जाएगा.

कुंवर सर्वेश सिंह का राजनीतिक करियरः बता दें कि राजघराने से तालुल्क रखने वाले कुंवर सर्वेश सिंह आजादी के बाद मुरादाबाद के पहले भाजपा सांसद चुने गए थे. 1991 में सर्वेश सिंह पहली बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में ठाकुरद्वारा चुनाव जीतकर विधायक बने थे. इसके बाद अपनी पैतृक सीट पर 2007 तक विधायक बने रहे। इसके बाद 2009 में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सर्वेश सिंह को मुरादाबाद से टिकट देकर मैदान में उतारा था। लेकिन मोहम्मद अज़हरुद्दीन से हार गए थे.इसके बाद फिर 2012 विधानसभा चुनाव में ठाकुरद्वारा से भाजपा उम्मीदवार के रूप में विधान सभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. विधायक रहने के दौरान ही 2014 में लोकसभा चुनाव में सर्वेश सिंह को मुरादाबाद से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा औरसमाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को 87,504 वोटों के अंतर से हराया. आजादी के बाद मुरादाबाद से पहली बार भाजपा सांसद चुने गए थे. हालांकि 2019 के चुनाव में सपा उम्मीदवार एसटी हसन से चुनाव हार गए थे.

कूकरा एस्टेट की रानी से हुई थी शादीः कुंवर सर्वेश कुमार सिंह का जन्म 23 दिसंबर 1952 को राजा रामपाल सिंह के घर हुआ था. उन्होंने 26 मई, 1983 को कूकरा एस्टेट की कुँवरानी साधना सिंह से शादी की थी. उनकी एक बेटी और एक बेटा कुंवर सुशांत सिंह है. कुंवर सर्वेश कुमार सिंह को राकेश सिंह के नाम से भी जाना जाता है. वह उत्तर प्रदेश के अनुभवी राजनीतिज्ञ माने जाते थे. वह ठाकुर (राजपूत ) जाति से ताल्लुक रखते थे. इनके बेटे कुंवर सुशांत सिंह वर्तमान में बरहापुर से भाजपा विधायक हैं.

2019 लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार से हार गए थे चुनावः उल्लेखनीय है कि मुरादाबाद से भाजपा ने पूर्व सांसद सर्वेश सिंह को प्रत्याशी बनाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें सपा बसपा गठबंधन के प्रत्याशी रहे एसटी हसन ने चुनाव हरा दिया था. इस बार इंडिया गठबंधन ने रुचि वीरा और बसपा ने इरफान सैफी को प्रत्याशी बनाया है. एसटी हसन ने भी अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन सपा का अधिकृत सिंबल समय से न पहुंचने के कारण नामांकन पत्र ख़ारिज हो गया था. इस सीट पर आजम खान की नाराजगी भी प्रत्याशी चयन में देखने को मिली थी.

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Last Updated : Apr 20, 2024, 10:40 PM IST
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