बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में पानी की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. बृहद बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी), बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड और राज्य सरकार की तरफ से कई कोशिशों के बाद भी जल संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब शहर के कई हिस्सों में पानी की कमी के कारण बीबीएमपी के ई-टॉयलेट और सार्वजनिक शौचालय भी बंद किए जा रहे हैं.
बता दें, बेंगलुरु के 241 वार्डों में 800 शौचालय हैं. मुख्य रूप से शहर के लोगों की सुविधा के लिए बीबीएमपी ने ब्रांड बेंगलुरु के नाम से विभिन्न हिस्सों में ई-शौचालय का निर्माण किया था. शौचालयों को अपेक्षा से अधिक साफ रखा गया लेकिन अब शहर के कई हिस्सों में शौचालयों को साफ रखने के लिए भी पानी के बिना बंद कर दिया गया है. पानी के अभाव में निर्मल सार्वजनिक शौचालय में भी ताला लगा दिया गया है. स्थानीय लोग सरकार से अनुरोध कर रहे हैं कि शौचालयों में तुरंत पानी की आपूर्ति की जाए और गार्डन सिटी बेंगलुरु को बचाया जाए.
वहीं, इस बात के जवाब में बीबीएमपी के मुख्य अभियंता, प्रवीण लिंगय्या ने कहा कि कुछ इलाकों में पानी की समस्या काफी ज्यादा है. ऐसे इलाकों में ई-टॉयलेट के रखरखाव के लिए टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है. कोई भी टॉयलेट आधिकारिक तौर पर बंद नहीं है.
सार्वजनिक शौचालय के रखरखावकर्ता नवीन कुमार चौधरी ने कहा कि बेंगलुरु में पानी की बहुत समस्या है. हम टैंकरों के माध्यम से पानी डालकर अपने सुलभ शौचालयों का रखरखाव कर रहे हैं. यह जनता के लिए भी बहुत बड़ी समस्या है. हालांकि निगम और बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के अधिकारी मदद कर रहे हैं, लेकिन पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ है. इससे हमारी अर्थव्यवस्था को भी काफी नुकसान हुआ है. हमें उम्मीद है कि अगले दो महीनों में बारिश से पानी की समस्या दूर हो जाएगी.
धर्मरायस्वामी मंदिर के अध्यक्ष के सतीश ने कहा कि शहर में ऐसी स्थिति है कि लोग पानी के बिना त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. सार्वजनिक शौचालयों और अन्य स्थानों पर आम लोगों को शौच के लिए मारा-मारी की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. निगम की ओर से हर जगह टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है. फिर भी पर्याप्त नहीं है. अब बारिश के आसार ही एकमात्र समाधान है. अच्छी बारिश होगी तो सभी समस्याएं हल हो जाएंगी.