बेंगलुरु: चर्चित रामेश्वरम कैफे धमाका मामले राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) ने मंगवार को एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने अनंतपुर जिले के रायदुर्गम में छापेमारी के बाद उसे गिरफ्तार किया है. वह एक रिटायर्ड हेडमास्टर का बेटा है. एनआईए के अनुसार आरोप सॉफ्टवेयर इंजीनियर पिछले कुछ समय से आतंकियों के संपर्क में था. एनआईए उससे पूछताछ कर विस्फोट की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है.
जानकारी के अनुसार पकड़े गए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पहचान सोयल के रूप में हुई है. वह रायदुर्गम के नागुलाभावी स्ट्रीट पर रहने वाले सेवानिवृत्त हेडमास्टर अब्दुल गफूर का बेटा है. सोयल बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करता है. एनआईए के अधिकारी ने रायदुर्गम में सेवानिवृत्त हेडमास्टर अब्दुल गफूर के घर पर तीन दिनों तक छापेमारी की थी.
सुबह-सुबह सशस्त्र पुलिस के साथ आए और घर को घेर लिया. उससे तीन घंटे तक पूछताछ की गई. इस दौरान किसी को भी बाहर आने से रोका गया. घर के दरवाजे बंद करने के बाद एनआईए अधिकारियों ने परिवार के सदस्यों से फोन छीन लिया और सभी को एक कमरे में बैठाया. सोयल और उसके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की.
एनआईए ने प्रथम दृष्टया सबूत जुटाए कि सोयल मक्का की अपनी यात्रा के दौरान आतंकवादियों के संपर्क में आया और उनसे दोस्ती कर ली. वे बेंगलुरु में एक ही कमरे में नहीं रहने लगे. एनआईए ने इस जानकारी पर भी जांच शुरू कर दी है कि सोयल बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के आरोपियों के साथ एक ही कमरे में रहता था. एनआईए के अधिकारियों ने इस बात की जांच तेज कर दी है कि रायदुर्गम सोयल के कई आतंकियों से संबंध हैं.
वह बेंगलुरु में आतंकी गतिविधियों में शामिल है. बताया गया है कि एनआईए के अधिकारियों को पता चला कि वे इस संपर्क से सोशल मीडिया पर चैट कर रहे थे. बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे धमाका मामले की जांच कर रहे एनआईए अधिकारियों को सोयल की चैटिंग और कॉल लिस्ट की डिटेल मिल गई है. उन्होंने रामेश्वरम कैफे विस्फोट के संदिग्ध सोयेल के बेंगलुरु के एक कमरे में होने के बारे में प्रारंभिक जानकारी एकत्र की. फिलहाल सोयल घर से काम कर रहा था. सोयल का सेल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिया गया और उसे रायदुर्गम पुलिस स्टेशन ले जाया गया.