पलामूः प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. लाभुकों के मोबाइल हैक हो रहे हैं और उनके बैंक खाते से रुपए गायब हो रहे हैं. साइबर अपराधियों के पास प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुकों के डाटा भी मौजूद हैं. कई लाभुक किसान सम्मान निधि के योजना की जानकारी लेने के लिए वेबसाइट पर गए थे, वेबसाइट पर जाने के बाद उनके मोबाइल में अंजान एप इंस्टॉल हुआ था. एप इंस्टॉल होने के बाद मोबाइल हैक हो रहा है और बैंक खातों से रुपए गायब हो रहे हैं. जबकि कई लोगों को साइबर अपराधियों के तरफ से कॉल गए हैं, जिसके बाद उनके बैंक खातों से रुपए गायब हुए हैं.
पलामू में पदस्थापित सहायक सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी अजीत कुमार तिवारी पीएम किसान सम्मान निधि योजना की जानकारी लेने के लिए वेबसाइट पर गए थे. जिसके बाद उनके मोबाइल में अंजान एप इंस्टॉल हुआ था. बाद में साइबर अपराधियों ने अजीत तिवारी के क्रेडिट कार्ड से 30 हजार रुपए गायब कर दिए थे. उन्होंने बताया कि वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की वेबसाइट पर गए थे, जिसके बाद उनके साथ ठगी हुई थी.
पलामू के पाटन छतरपुर सीमा पर रहने वाले कमलेश कुमार नामक युवक का मोबाइल नंबर पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ा हुआ था. इस मोबाइल नंबर का घर में लोग इस्तेमाल करते थे, पीएम किसान सम्मान निधि की जानकारी के लिए कॉल आया था. जिसके बाद उनके बैंक खाता से 1.30 लाख रुपए गायब हो गए.
अन्य सरकारी योजना के लाभुक भी हो रहे शिकार
सरकारी योजना के लाभुक को साइबर अपराधी निशाना बना रहे हैं. पलामू साइबर थाना में पिछले 15 दिनों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से साइबर ठगी का शिकार होने वाले पांच शिकायतकर्ता पहुंचे हैं. शिकायतकर्ताओं के बैंक खाते से 15 से 30 हजार रुपए गायब हुए हैं. साइबर थाना में तैनात एक्सपर्ट ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के साथ-साथ मातृत्व वंदना योजना के लाभुक भी साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं.
मोबाइल हैक होने के बाद साइबर अपराधियों के नंबर पर जाता है ओटीपी
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक जो साइबर ठगी का शिकार हुए हैं. उन्हें अहसास तक नहीं था कि उनका मोबाइल हैक है. ठगी के शिकार होने वाले लोगों पर बैंक से जुड़ा ओटीपी आता था और खुद ब खुद एक अंजान नंबर पर वह ओटीपी फारवर्ड होता था. बैंक से रुपए गायब होने के बाद सभी को अहसास हुआ कि वे ठगी का शिकार हुए हैं.
कुछ शिकायत मिली है, सरकारी वेबसाइट पर जाने के बाद लोगों का मोबाइल हैक हुआ है. मोबाइल हैक होने बाद लोग ठगी का शिकार हुए हैं. एक मामला सामने आया था. जिसमें बैंक के कॉल सेंटर के नंबर बदलकर सीनियर सिटीजन के साथ ठगी हुई थी. साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके से लोगों को निशाना बना रहे हैं. पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है. कई फर्जी वेबसाइट बनाए गए हैं, बैंक के ट्रांजेक्शन से पहले इसकी जांच कर लें. - रीष्मा रमेशन, एसपी पलामू
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