बेगूसराय: कहते हैं जब शुरुआत में ही कोई अपराध हो तो उसे नजरअंदाज कभी भी नहीं करना चाहिए. बेगूसराय की लड़की के साथ जो हुआ था, अगर समय रहते उसके घर वालों ने पुलिस की मदद ली होती तो आज उसकी ऐसी हालत नहीं होती. नाबालिग की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उसका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
कुछ महीने पहले युवक ने नाबालिग से की थी जबरदस्ती: कुछ महीने पहले गांव के ही एक लड़के ने घर पर अकेला पाकर नाबालिग लड़की से दुष्कर्म किया था. घटना के बाद गांव वालों ने लड़के को पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की गई. लड़की के माता-पिता नहीं है. घर में सिर्फ दादी और एक छोटी बहन है. ऐसे में दादी ने युवक को अपनी पोती से शादी करने को कहा. लड़का मान भी गया, लेकिन बाद में मुकर गया. इसकी शिकायत करने लड़की थाने के लिए घर निकल पड़ी.
पुलिस में शिकायत करने जा रही लड़की का अपहरण: थाना जाने के क्रम में (27 जनवरी) बीच रास्ते में नशे की दवा सुंघाकर युवक ने लड़की को बेहोश कर दिया. लड़की जब बेहोश हो गई तो युवक ने अपने कुछ दोस्तों की मदद से उसका अपहरण कर लिया था. लड़की जब होश आयी तो उसने देखा कि वह एक अंधेरे कमरे में है. उसे पता नहीं था कि वो कहां है. लगभग चार से पांच युवकों ने उसके साथ एक महीने तक नशे की दवा खिलाकर उसका रेप किया.
"मुझे अपहरण करके एक कमरे मे बंद कर दिया गया था. उस कमरे में पांच से छह लड़के रहा करते थे. नशा की दवा खिलाकर गलत काम किया जाता था. एक बार भागने की कोशिश की तो मुझे सबने बहुत पीटा. चार-पांच युवकों में से मैं सिर्फ एक को पहचानती हूं. उससे मेरी शादी होने वाली थी."- पीड़िता
एक महीने तक नाबालिग से मुंगेर में गैंगरेप: इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब लड़की अपहरणकर्ताओं के चंगुल से फरार हो गई. नशे की हालत में जब सभी दरिंदे सो रहे थे तो लड़की ने एक युवक के पैंट के जेब से चाबी निकाली और दरवाजा खोलकर भाग निकली. इसी बीच लड़कों को इसकी भनक लग गई और सभी ने उसका पीछा करना शुरू किया. लड़की ऑटो से ही मुंगेर से बेगूसराय पहुंच गई और डायल 112 को कॉल कर मदद मांगी.
डायल 112 ने रेलवे स्टेशन के पास से किया बरामद: नगर थाना के डायल 112 के ड्राइवर अभिनंदन कुमार ने लड़की को स्टेशन के आस पास से बरामद किया. लड़की का पीछा करते हुए लड़के यहां तक आ गए थे और उसे फिर से अगवा करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस टीम को देखते ही सभी भाग निकले. वहीं पुलिस को देखते ही लड़की बेहोश हो गई जिसके बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल मे भर्ती कराया गया. लड़की की स्थिति नाजुक बनी हुई है. हालांकि होश में आने के बाद उसने अपने साथ हुई ज्यादती की पूरी दास्तां सुनाई.
"हमें लड़की ने ही फोन किया था. जैसे ही टीम मौके पर पहुंची सभी लड़के भाग गए. घबराई हुई लड़की बेहोश हो गई. जिसे सदर अस्पताल मे भर्ती कराया है. लड़की के साथ गलत हुआ है."- अभिनंदन कुमार, चालक. डायल 112 नगर थाना
मामले में पुलिस का बयान: फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात मे जुट गई है. इस संबंध मे भगवानपुर थाना के थाना अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि "लड़की के अपहरण के संबंध मे कोई सूचना थाना को नहीं दी गई थी. इससे ज्यादा वो कुछ भी नहीं बता पाएंगे."
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