बीड (महाराष्ट्र) : महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से मराठा आरक्षण का मुद्दा चर्चा में है. मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने कहा है कि राज्य में आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू होने के बाद वह इस मुद्दे पर कोई कदम उठाएंगे. मराठा समुदाय को आरक्षण दिलाने के लिए जरांगे पाटिल कई बार अनशन कर अपना विरोध जता चुके हैं. हालांकि राज्य सरकार ने अभी तक इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है.
इस बीच, दशहरे के अवसर पर जरांगे पाटिल ने बीड जिले के श्रीक्षेत्र नाग नारायण गढ़ा में एक सभा आयोजित की. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारे साथ अन्याय हुआ है. इस अन्याय के खिलाफ विद्रोह होगा. अन्याय के खिलाफ भीड़ इकट्ठी हो गई है. जरांगे ने कहा कि अगर अन्याय हो रहा है तो खुद का बचाव करना सीखो. समाज को बचाओ. हमें बिना वजह निशाना बनाया जा रहा है. अगर फैसले लेने हैं तो हमें अपने समुदाय और किसानों के लिए लड़ना होगा.
जरांगे ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, "मैं आपसे वादा चाहता हूं कि राज्य के लोगों के साथ अन्याय हुआ है." उन्होंने अपील की, "पार्टी-पार्टी के नेता मत बनो. समाज को कलंकित मत करो." जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि हम अपना फैसला लेंगे, आप जो करना चाहते हैं, करें. उन्होंने आगे कहा, "आचार संहिता लागू होने तक धैर्य रखना होगा. हिंदू धर्म ने हमें अन्याय के खिलाफ लड़ना सिखाया है. हिंदू धर्म ने हमें सिखाया है कि अगर अन्याय हो रहा है, तो हमें उठ खड़ा होना चाहिए. यह विद्रोह हमारे बच्चों को न्याय दिलाने के लिए हो रहा है. हम मराठों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं और पिछले 14 महीनों से इसके लिए लड़ रहे हैं."
उन्होंने कहा, "आचार संहिता लागू होने के बाद मैं आपको मुख्य भूमिका बताऊंगा. हालांकि, आचार संहिता लागू होने तक आपको धैर्य रखना होगा. आचार संहिता लागू होने के बाद आप सभी को मेरी बात माननी चाहिए. आप जो भी चाहते हैं, उसे पूरा करना मेरी जिम्मेदारी है." बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा किए जाने के बाद से ही आचार संहिता लागू हो जाएगी.
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