बस्तर: पिछले 4 दशकों से बस्तर में नक्सलवाद काबिज है. नक्सलवाद से निपटने के लिए बस्तर में 80 से अधिक सुरक्षाबलों के कैंप स्थापित किए गए हैं. बावजूद इसके बस्तर से नक्सलवाद पूरी तरीके से खत्म नहीं हो पाया है. लेकिन यह साल 2024 नकेसलियों के लिए काफी घातक साबित हो रहा है. इस साल के बीते 4 महीनों में सुरक्षाबलों ने अलग अलग मुठभेड़ों में 91 नक्सलियों को मार गिराया है. जिनमें कई हार्डकोर नक्सली कमांडर भी शामिल हैं.
सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की तोड़ी कमर: बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया, "साल 2024 में नक्सलियों की कमर टूट गई है. कई बड़े कैडर के नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है. जिसमें बड़े नाम के तौर पर DVCM शंकर राव, अशोक, जोगन्ना जैसे बड़े नाम भी शामिल है. सभी ईनामी नक्सलियों को मिलाकर 1 करोड़ 80 लाख से अधिक ईनामी नक्सलियों को ढेर कर दिया गया है. इन मुठभेड़ में कई आधुनिक हथियार भी बरामद किया गया है, जिसमे दो LMG, चार AK-47 , तीन इंसास, एक SLR, चार 3 नॉट 3 और कई भरमार बंदूक के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद किया गया है."
"इस साल के 4 महीनों में 91 से अधिक नक्सलियों का एनकाउंटर सुरक्षाबलों के जवानों ने किया है. सभी नक्सलियों के शव को भी जवानों ने बरामद किया है. बस्तर के अलग अलग क्षेत्रों में हुए मुठभेड़ों में 100 से अधिक हथियार बरामद किए गए हैं. इसके अलावा 205 माओवादियों की गिरफ्तारी हुई है. इसके साथ ही 231 नक्सलियों ने नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया है." - सुंदरराज पी , आईजी, बस्तर रेंज
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के बाद अलग-अलग जिलों में जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ़ अभियान छेड़ा है. जवान नक्सलियों से आर पार की लड़ाई लड़ रहे हैं. यही वजह है कि पिछले 3 सालों की तुलना में इस साल 2024 के चार महीने नक्सलियों पर भारी पड़ा है. 500 से अधिक नक्सली इन चार महीनों मारे गए हैं. सैकड़ों नक्सलियों की गिरफ्तारी भी हुई है और सैकड़ों नक्सलियों ने सरेंडर भी किया है. जिससे नक्सलियों की कमर पूरी तरह से टूट गई है.