मथुराः हाथरस सत्संग हादसे से सीख लेते हुए वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भी व्यवस्थाओं को लेकर बदलाव शुरू हो गया है. यहां रोज लाखों की संख्या में भक्त बांके बिहारी के दर्शन को आते हैं. इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है. इसे लेकर बुधवार को अफसरों ने संतों के साथ बैठक की. इसमें कई बिंदुओं को लेकर चर्चा हुई.
इन बिंदुओं पर बनी सहमति
- मंदिर परिसर में एक साथ बड़ी संख्या में भीड़ को नहीं रुकने दिया जाए.
- मंदिर में कतारबद्द होकर ही भक्तों को दर्शन कराए जाए.
- भीड़ को कई जगह रोका जाए ताकि मंदिर के भीतर दबाव न बने.
- मंदिर में दर्शन करने के बाद भक्तों को तेजी से निकाला जाए.
- मंदिर प्रशासन और पुलिस मिलकर भीड़ को नियंत्रित करे.
- एक साथ भारी भीड़ नहीं छोड़ी जाए.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि इन बिंदुओं को लेकर सहमति बन चुकी है. जल्द ही इन्हें बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा. आपको बता दें कि मथुरा में खासकर होली, दीवाली और छुट्टियों के दिनों में बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ पहुंचती है. लाखों की संख्या में भीड़ को नियंत्रित करना किसी चुनौती से कम नहीं है. वर्ष 2022 में जन्माष्टमी के पर्व पर होने वाली मंगला आरती के दौरान मंदिर में अत्यधिक भीड़ होने के कारण भीड़ के दबाव के चलते दो लोगों की मौत हो गई थी तो वहीं 50 से अधिक लोग बेहोश हो गए थे. इसके बाद भी अभी तक बांके बिहारी मंदिर की व्यवस्था है दुरुस्त नहीं हो पाई है .हाथरस के इतने बड़े हादसे के बाद एक बार फिर जिला प्रशासन ने इसे लेकर पहल शुरू की है.
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