मुंबई: महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के आरोप में चार बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आरोपी फर्जी दस्तावेजों के साथ लंबे समय से मुंबई के अलग-अलग इलाकों में अवैध रूप से रह रहे थे.
गुप्त सूचना के आधार पर ATS की जुहू यूनिट ने हाल ही में उन्हें गिरफ्तार किया है. वे कई साल पहले अवैध रूप से देश में दाखिल हुए थे. ATS के मुताबिक, गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान सुल्तान सिद्धिउ शेख (54), रियाज हुसैन शेख (33), इब्राहिम शफीउल्ला शेख (44) और फारुक उस्मानगनी शेख (39) के रूप में हुई है.
ATS जांच में क्या खुलासा हुआ?
ATS अधिकारी ने बताया कि एटीएस की जांच में पता चला कि इन बांग्लादेशियों ने गुजरात के सूरत के निवासी होने का दावा करते हुए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर भारतीय पासपोर्ट हासिल किया. यह भी पता चला है कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर भारतीय नागरिक बनकर विदेश में काम कर रहे हैं.
जांच में यह भी पता चला कि गिरफ्तार किए गए लोगों के अलावा, यह भी पता चला है कि पांच और लोगों ने इसी तरह पासपोर्ट हासिल किए थे. उनमें से एक फर्जी भारतीय दस्तावेजों के साथ काम करने के लिए सऊदी अरब भाग गया था.
जांच में यह भी पता चला कि उनमें से कुछ ने इन पासपोर्ट की मदद से हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में मतदान किया था. अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और यह पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि क्या वे आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों में शामिल थे.
महाराष्ट्र ATS गिरफ्तार बांग्लादेशियों की सांठगांठ के बारे में जानकारी जुटा रही है. चारों को आज मझगांव कोर्ट में पेश किया गया था. कोर्ट ने उनमें से तीन को ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया, जबकि चौथे को 14 जून तक ATS हिरासत में भेज दिया गया.