सोलापुर: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार रविवार 8 दिसंबर को मारकडवाडी गांव पहुंचे और यहां ग्रामीणों की बैलेट पेपर से मतदान की मांग पर चर्चा की. पवार गांव में ग्रामीणों की ओर से आयोजित एंटी- ईवीएम कार्यक्रम में भी शामिल हुए.
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए पवार ने कहा, "चुनाव होते हैं...कुछ जीतते हैं कुछ हारते हैं...लेकिन हाल ही में महाराष्ट्र में संपन्न चुनाव में लोगों को चुनाव प्रक्रिया पर संदेह है और मतदाता आश्वस्त महसूस नहीं कर रहे हैं. हम ईवीएम के जरिये चुनाव में जाते हैं. मतदाता मतदान करने जाते हैं और विश्वास के साथ बाहर आते हैं लेकिन कुछ परिणामों ने लोगों में संदेह पैदा कर दिया है."
Maharashtra: At the anti-EVM event at Markadwadi village in Solapur district, NCP-SCP chief Sharad Pawar says, " before coming here i heard that people here were booked when they took a different stand that you wanted to conduct an election on ballot, because you were not… pic.twitter.com/vNR9kVasaj
— ANI (@ANI) December 8, 2024
उन्होंने कहा, "अमेरिका, इंग्लैंड और कई यूरोपीय देश ईवीएम से नहीं, बल्कि मतपत्रों से चुनाव करा रहे हैं...जब पूरी दुनिया में मतपत्रों पर चुनाव हो रहे हैं, तो हम क्यों नहीं?"
शरद पवार ने कहा, "यहां आने से पहले मैंने सुना था कि यहां लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उन्होंने अलग रुख अपनाया था कि आप बैलेट से चुनाव कराना चाहते हैं, क्योंकि आप नतीजों को लेकर आश्वस्त नहीं थे... यह आश्चर्यजनक है... मैं आपको बताना चाहता हूं कि आपने जो भी शिकायतें मुझे सौंपी हैं, हम उन्हें चुनाव आयोग और राज्य के मुख्यमंत्री को भेजेंगे और एक प्रस्ताव लाएंगे कि हम ईवीएम से चुनाव नहीं चाहते हैं, यह बैलेट से होना चाहिए."
Maharashtra: At the anti-EVM event at Markadwadi village in Solapur district, NCP-SCP chief Sharad Pawar says, " elections happen...some win some lose...but in recently concluded election in maharashtra, people have doubt over the election process and voters are not feeling… pic.twitter.com/QkmKK5XNQU
— ANI (@ANI) December 8, 2024
शरद पवार को हार स्वीकार कर लेनी चाहिए: भाजपा
वहीं, शरद पवार के मारकडवाडी गांव में एंटी-ईवीएम कार्यक्रम में शामिल होने पर महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, "शरद पवार को हार स्वीकार कर लेनी चाहिए. इन चुनावों में उन्हें बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. लोकसभा चुनावों में उन्होंने जिस तरह के झूठ बोले थे, उसे लोगों ने नकार दिया है. पवार साहब मारकडवाडी गए हैं. उनके जैसे वरिष्ठ व्यक्ति को झूठ बोलना शोभा नहीं देता. महाराष्ट्र उनका सम्मान करता है."
#WATCH | Mumbai: On NCP-SCP chief Sharad Pawar conducting anti-EVM event at Markadwadi village in Solapur district, Maharashtra BJP chief Chandrashekhar Bawankule says, " sharad pawar should accept defeat. he suffered a great loss in these elections. the kind of lies they said in… pic.twitter.com/ANeGxqO5Id
— ANI (@ANI) December 8, 2024
बावनकुले ने कहा, "मारकडवाडी में कई चुनाव हुए हैं. महाराष्ट्र में कई चुनाव ईवीएम पर हुए हैं. लेकिन उन्होंने कभी चुनावों को खारिज नहीं किया. जब उनके 31 लोग सांसद चुने गए, तब उन्होंने कुछ नहीं कहा...पवार साहब आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में अपनी इज्जत बचाने के लिए दौड़-भाग कर रहे हैं...उन्हें पता है कि एमवीए आगामी चुनाव हारने जा रही है. उनकी जमानत भी जब्त हो जाएगी."
एनसीपी (एसपी) विधायक का बयान
वहीं, रविवार को मीडिया से बात करते हुए एनसीपी (एसपी) के विधायक उत्तम जानकर ने कहा, "ऐसा नहीं है कि मेरी प्यारी बहनों के दो-चार हजार वोटों का असर नहीं हुआ, लेकिन इसका इतना बड़ा असर नहीं हो सकता. मैं इस शर्त पर इस्तीफा दे सकता हूं कि चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएं. क्या आप देश में बैलेट पेपर से चुनाव नहीं करा सकते? अगर आप गढ़चिरौली में चुनाव कराते हैं, कश्मीर में चुनाव कराते हैं, तो उपचुनाव कराने में आपको क्या दिक्कत है?"
हाल में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन भारी बहुमत से विजयी हुआ था. इसके बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता ईवीएम पर आपत्ति जताते हुए पूरे राज्य में प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसी तरह, सोलापुर जिले के मारकडवाडी के ग्रामीणों ने ईवीएम पर आपत्ति जताते हुए 3 दिसंबर को बैलेट पेपर (मत-पत्र) से चुनाव कराने का ऐलान किया था. इसके लिए ग्रामीणों ने पूरी तैयारी कर ली थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रशासन ने गांव में सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था. प्रशासन ने गांव में कानून व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए कर्फ्यू लगा दिया था. पुलिस ने चेतावनी भी दी थी कि अगर कर्फ्यू के दौरान लोग मतदान करेंगे तो उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा. इसके कारण मतदान प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया था.
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