भोपाल। मध्य प्रदेश के बालाघाट में तैनात हॉक फोर्स को मिली एक और बड़ी सफलता मिली है. बालाघाट में 14 लाख रुपए का इनामी नक्सली मुठभेड़ में ढेर हो गया. मध्य प्रदेश में नक्सल गतिविधियों के मामलों में एडीजी जयदीप प्रसाद ने बताया कि 'बालाघाट जिले के कोठियाटोला के जंगल में सोमवार को एक हार्डकोर नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है. मुठभेड़ में मारा गया नक्सली तीस वर्षीय सोहन आईइडी (विस्फोटक) बनाने में एक्सपर्ट था.
सूचना पर हॉक फोर्स ने की कार्रवाई
एडीजी जयदीप प्रसाद ने बताया कि 'वह छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. यह मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में नक्सली गतिविधियों में संलिप्त था. जिस पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था. उकास केबी डिवीजन का एसीएम था. उसके पास से 315 बोर की रायफल व केनवुड वायरलेस सेट बरामद किया गया है.' हॉकफोर्स को सूचना मिली थी की बालाघाट के हट्टा थाना क्षेत्र के गोदरी पुलिस चौकी के ग्राम कोठियाटोला जंगल क्षेत्र में जीआरबी और केबी डिवीजन के नक्सलियों की गतिविधि है. वह सादे कपड़ों में राशन और दैनिक उपयोग की सामग्री एकत्र करने के लिए कोठियाटोला गांव पहुंच रहे हैं.
मुठभेड़ में नक्सली सोहन ढेर
इस सूचना पर हॉकफोर्स ने जंगल में सघन सर्च अभियान आरंभ किया. हॉकफोर्स ने कोठियाटोला गांव में सादे कपड़ों में जा रहे 10-12 नक्सलियों को पूछताछ के लिए आवाज लगाई. इस दौरान संदिग्ध नक्सलियों द्वारा हॉकफोर्स पर अंधाधुंध फायरिंग की गई. आत्मरक्षा करते हुए हॉकफोर्स के जवानों ने जवाबी फायरिंग की. इस दौरान नक्सली घने जंगल और पहाड़ की आड़ लेकर भाग गए. सर्चिंग के दौरान एक नक्सली का शव बरामद हुआ. जिसकी शिनाख्त केबी डिवीजन के खूंखार एसीएम सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु के रूप में की गई. इस बात की पूर्ण संभावना है कि मुठभेड़ में कुछ अन्य नक्सली घायल हुए हैं, जिनकी तलाश जारी है.
मध्य प्रदेश में दर्ज हैं आठ आपराधिक प्रकरण
मृतक नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु वर्ष 2013 से प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) में शामिल होकर छत्तीसगढ़ की कई घटनाओं में शामिल रहा है. संगठन के प्रभाव क्षेत्र में विस्तार के लिए अपनाई गई नीति को अंजाम देने के लिए इसे केन्द्रीय कमेटी के सदस्य रहे दीपक उर्फ मिलिंद तेलतुम्बड़े के सहयोगी की महत्वपूर्ण भूमिका दी. फिर वर्ष 2019 में एम.एम.सी. जोन में भेजा गया था. इससे पूर्व में हुई अन्य मुठभेड़ों में यह शामिल रहा था. मध्यप्रदेश में इसके विरुद्ध 08 आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध हैं. अन्य राज्यों में दर्ज आपराधिक प्रकरणों की जानकारी प्राप्त की जा रही है.