अररिया : बिहार में पुलों के गिरने का ट्रेंड चल रहा है. खास तौर पर बकरा नदी का पुल लगभग हर साल गिरता है. कभी नदी के रास्ता बदलने से एप्रोच रोड टूट जाता है तो कभी पुल. इस बार करोड़ों की लागत से बना पुल धड़ाम हो गया है.
अररिया में गिरा पुल : गौरतलब है कि नेपाल में मूसलाधार बारिश होने के कारण सिकटी प्रखंड होकर गुजरने वाली बकरा नदी में अचानक उफान आ गया है. इसी उफान के कारण यह पुल बह गया. दरअसल बकरा नदी पर पांच वर्ष पहले भी एक पुल बनाया गया था. पुल के पूरा होते ही बकरा नदी ने धारा बद ली थी. उसके बाद इस नए पुल का निर्माण कराया जा रहा था.
नेपाल में आई बारिश का पहला रुझान : नेपाल में हुई बारिश के कारण अचानक आए नदी में तेज बहाव ने पुल को अपने साथ बहा लिया. पुल का कार्य पूरा हो गया होता तो इससे सिकटी और कुर्साकांटा प्रखंड जुड़ जाता. यह दुखद बात है कि सरकार ने इस पुल पर 12 करोड़ रुपए खर्च किए थे लेकिन सब पानी में चला गया.
5 साल में दूसरी बार नदी ने बदला रास्ता : इस बहाव में परडिया घाट पर बने पुल का तीन पाया भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये. इसके ऊपर बना गार्डर भी नदी में समा गया है. इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में काफी रोष है. इतना घटिया निर्माण किए जाने से इस पुल की यह दशा हुई है.
बिहार सरकार ने गठित की जांच टीम : मंत्री अशोक चौधरी ने इस मामले में कहा है कि पुल ढहने पर तत्कालीन सहायक इंजीनियर एवं जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है. पुल के संवेदक पर FIR दर्ज करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही 4 सदस्यी टीम का गठन भी किया गया है जो सात दिनों के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी. वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी ट्वीट करके कहा है कि ये पुल बिहार सरकार के ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बनाया जा रहा था.
उद्घाटन से पहले ध्वस्त हुआ पुल : बता दें कि इस पुल का उद्घाटन होने वाला था. लेकिन उद्घाटन से पहले ही करोड़ों की लागत से बनने वाला पुल ध्वस्त हो गया. बिहार में एक के बाद एक पुल गिर रहे हैं. कोई आंधी से तो कोई बिना आंधी और पानी के. ये हाल तब है जब प्रदेश में बारिश नहीं हुई.
पुल की गुणवत्ता पर सवाल : पुल कैसे गिरा, क्या गुणवत्ता में कोई कमी की वजह से ये हादसा हुआ ये कह पाना मुश्किल है. फिलहाल इस बार भी पुल गिरने पर जांच का मुलम्मा चढ़ाया जाएगा. देखना है कि संबंधित जिम्मेदार पुल के गिरने की क्या वजह बताते हैं.
12 करोड़ का पुल पानी में बहा : सिकटी विधानसभा के विधायक विजय कुमार मंडल ने बताया कि ''पुल का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा कराया जा रहा था. हम लोगों को उम्मीद थी के पुल बढ़िया और मजबूत बनेगा. लेकिन अभी बारिश की शुरुआत में ही पुल का बह जाना विभाग के संवेदक की लापरवाही और भ्रष्टाचार की पोल खोलता है. इस कार्य में लगे संवेदक पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और साथ ही ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.'' फिलहाल राज्य सरकार ने इस मामले में एक्शन ले लिया है.
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