बलरामपुर: डूमरखी जंगल में बीते 27 मई को बजरंग दल के नेता और जिला सह संयोजक की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. उनकी लाश जंगल में मिली थी. इसी जंगल से एक और युवती की लाश भी बरामद की गई थी. इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है. बलरामपुर से दुर्ग और रायपुर तक बजरंग दल के नेताओं ने इस केस में सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया और कार्रवाई की मांग की है.
मंत्री राम विचार नेताम ने एसआईटी जांच की बात को माना: मंत्री रामविचार नेताम ने बलरामपुर में बजरंग दल के सहसंयोजक सुजीत स्वर्णकार की निर्मम हत्या की एसआईटी जांच की मांग पर अपना मत जाहिर किया है. उन्होंने इस केस में गृह मंत्री विजय शर्मा को एसआईटी जांच के लिए पत्र लिखने की बात कही है. राम विचार नेताम ने सोमवार को बजरंग दल के नेता के परिवार वालों से मुलाकात की है.
"मैं इस केस में हर तरह की सहयोग का भरोसा दिलाता हूं. इस केस में एसआईटी जांच के लिए मैंने गृह मंत्री को पत्र लिखा है.": रामविचार नेताम, मंत्री
परिजन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं: इस केस में मृत नेता के परिजन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पता चला कि सुजीत स्वर्णकार और युवती की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है. बलरामपुर पुलिस ने डूमरखी जंगल में सुअर का शिकार करने के लिए करंट बिछाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की इस थ्योरी पर मृतक के परिजन और बजरंग दल के नेता यकीन नहीं कर रहे हैं. उन्होंने इस केस में निष्पक्ष जांच की मांग की है.
27 मई को मिली थी बजरंग दल के नेता की लाश: बीते 27 मई की सुबह को बलरामपुर में बजरंग दल के नेता और कार्यकर्ता सुजीत स्वर्णकार की लाश मिली थी. उनकी लाश के पास से एक युवती का भी शव बरामद हुआ था. जिसके बाद से लगातार हिंदूवादी संगठन इस केस में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.