पुरी: ओडिशा के विश्व प्रसिद्ध श्रीमंदिर में आज का धार्मिक अनुष्ठान भी महत्वपूर्ण है. सोमवार को भगवान जगन्नाथ अपने भाई और बहनों के साथ मौसी के घर से श्रीमंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे. इस दौरान विशेष विधि- विधान से पूजा पाठ किए जाएंगे. आज के इस अनुष्ठान को बाहुड़ा रथ यात्रा के नाम से जाना जाता है.
#WATCH | Odisha: Odisha ADG (Law & Order) Sanjay Kumar says, " with the blessings of god, all our arrangements are in place. the police force, police personnel, officers, everybody has taken their position. mangalarti is going on...all the arrangements like cctv, force deployment,… https://t.co/VQ1AMBa2Xi pic.twitter.com/Wc1ZDEAbGQ
— ANI (@ANI) July 15, 2024
बता दें कि गुंडिचा मंदिर में नौ दिनों के प्रवास के बाद भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहन - देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र लोकप्रिय बाहुड़ा यात्रा (वापसी यात्रा) के रूप में श्रीमंदिर लौटेंगे. देवता अपने-अपने भव्य रथों में सवार होकर वापस आएंगे. उन्हें श्रद्धालु गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर तक खींचेंगे. बाहुड़ा यात्रा के सुचारू संचालन के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं. ये देवताओं के नौ दिवसीय प्रवास के अंत का प्रतीक है.
सूत्रों के अनुसार बाहुड़ा यात्रा के लिए सभी अनुष्ठानों का कार्यक्रम तय कर दिया गया है. परंपरा के अनुसार गुंडिचा मंदिर में सभी अनुष्ठान पूरे होने के बाद, दोपहर 12 बजे देवताओं की 'पहांडी' निकाली जाएगी. शाम 4 बजे रथों को खींचने की परंपरा निभाई जाएगी. रथों को खींचने की विधि पूरी होने के बाद, रथों के ऊपर अन्य अनुष्ठान किए जाएंगे. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) के अनुसार सभी अनुष्ठानों को सुचारू और अनुशासित तरीके से आयोजित करने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं. प्रशासन अनुष्ठानों के समय पर संचालन पर जोर दे रहा है.