बदायूं : बदायूं डबल मर्डर के मुख्य आरोपी साजिद के भाई जावेद को बरेली में गिरफ्तार कर लिया गया है. उसे बदायूं पुलिस ले आई है और पूछताछ कर रही है. इस बीच एक भी वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें जावेद खुद को निर्दोष बता रहा है. एसएसपी बदायूं ने भी जावेद का वीडियो वायरल होने की बात स्वीकार की है. वहीं, हत्या के दूसरे आरोपी जावेद की गिरफ्तारी के बाद बच्चों की मां ने कहा है कि उसे भी मौत की सजा मिलनी चाहिए.
वायरल वीडियो में एक शख्स खुद को जावेद कह रहा है. कहता है- 'घर पर बहुत भीड़ थी. मैं सीधे दिल्ली भाग गया. वहां से भागकर मैं बरेली आया हूं सरेंडर करने. मेरे पास रिकार्डिंग है कई लोगों की जहां से फोन आया कि तुम्हारे भाई ने ये कांड कर दिया है. भाई मैं बहुत सीधा शरीफ आदमी हूं. जिसका एनकाउंटर हुआ था वो मेरा बड़ा भाई था, उसमें मेरा बिल्कुल भी हाथ नहीं था. मेरा नाम मो. जावेद है और जिला बदायूं का रहने वाला हूं. मुझे भाई पुलिस के हवाले करा दो, मैं बिल्कुल निर्दोष हूं भाई. जिस घर में मर्डर हुआ है वहां बहुत अच्छे ताल्लुकात थे हमारे, ये पता ही नहीं चला कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. भाई मुझे पुलिस के हवाले करा दो.'
बदायूं के एसएसपी ने की जावेद के पकड़े जाने की पुष्टि
इधर, बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बदायूं दोहरे हत्याकांड का दूसरा आरोपी जावेद जो फरार चल रहा था, उस पर कल पुलिस ने 25000 का इनाम घोषित किया था. उसने बरेली के बारादरी थाना इलाके के सैटेलाइट चौकी पर सरेंडर कर दिया. उसने वहां पर अपना एक वीडियो भी वायरल किया, हमें जब वीडियो की सूचना मिली तो सूचना को पुष्ट किया. यहां उससे पूछताछ करके कार्यवाही की जाएगी.
जावेद पर घोषित है 25 हजार का इनाम
दो बच्चों आयुष (13),अहान (6) की हत्या के 2 घंटे बाद इस घटना में नामजद साजिद का एनकाउंटर पुलिस ने शेखूपुर के जंगलों में किया था. एफआईआर में नामजद साजिद का भाई जावेद फरार चल रहा था. अब बरेली से उसकी भी गिरफ्तारी हो गई है. पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. इस बीच जावेद की मां नाजरीन का कहना है कि घटना को अंजाम साजिद ने दिया था. जावेद उस समय घर पर ही था. वह बेकसूर है.
वारदात के बाद फैला तनाव
बता दें कि सिविल लाइंस इलाके के मंडी समिति चौकी इलाके में दो बच्चों की गला काटकर बेरमही से हत्या कर दी गई थी. इस बेरहमी में एक बच्चा घायल है, जिसका इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद जिले में तनाव फैल गया. आगजनी की घटनाएं भी हुईं. वहीं सीएम योगी ने बैठक कर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए थे. वहीं बाद में पुलिस ने एक आरोपी नाई साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया. जबकि उसका भाई जावेद फरार चल रहा था. वह भी पुलिस की हिरासत में है.
घटना में बचे मासूम ने बताई आपबीती
इस हत्याकांड में बचे मासूम पीयूष ने बाद में आपबीती बताई. बताया कि साजिद घर आया था. सबको लेकर ऊपर चला गया. उसके छोटे और सबसे बड़े वाले भाई को भी साथ ले गया. बड़े वाले भाई से चाय मंगवाई. थोड़ी देर में उसे रोक लिया और छोटे भाई को पानी के लिए भेज दिया. इसके बाद बड़े भाई को मार दिया. छोटा भाई पहुंचा तो उसे भी मार दिया. दूसरा आरोपी बाइक पर था. पीयूष के इस बयान से पता चल रहा है कि आरोपी ने किस तरह इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया.
कर्ज, तंत्र-मंत्र या अफेयर, हत्या की गुत्थी अब भी अनसुलझी
दो बच्चों की निर्मम हत्या के बाद पुलिस की छानबीन में कई बातें सामने आई हैं. इसके साथ ही कई तरह की चर्चाएं भी हैं. सवा उठ रहा है कि आखिर दोनों बच्चों की इतनी बेरहमी से हत्या की वजय क्या है? क्या कर्ज का कोई मसला था, या फिर तंत्रमंत्र के चलते हत्या की गई. या डबल मर्डर के तार किसी प्रेम प्रपंच से जुड़ रहे हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी साजिद बच्चों से काफी घुला मिला था. उसका बच्चों के परिवार से काफी अच्छा रिश्ता था. फिर ऐसा क्या हुआ कि दो मासूमों को उसने गला रेतकर मार डाला. इस घटना में उसका भाई जावेद भी आरोपी है. बच्चों की मां ने बताया है कि साजिद पैसे मांगने पहुंचा था. जबकि साजिद की पत्नी ने पैसे मांगने और अपने गर्भवती होने की बात से इंकार किया है. साजिद बच्चों के परिवार में घुला मिला था. मगर जिस तरह की बेरहमी उसने बच्चों के साथ की, वह किसी बड़ी वजह की ओर इशारा कर रहा है. हालांकि इस बारे में पुलिस अभी तक खामोश है. हालांकि पुलिस का यह भी कहना है कि वह सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. हत्या की वजह का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा.
सपा नेता आदित्य यादव पहुंचे पीड़ित के घर
मृतक बच्चों के परिजनों से मिलने समाजवादी पार्टी के नेता आदित्य यादव गुरुवार को उनके घर पहुंचे. आदित्य यादव समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव के पुत्र हैं. उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और घटना पर दुख जताया. कहा कि हमारी मांग है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले. ऐसे निर्मम हत्यारों को ऐसी सजा दी जाए जो उदाहरण बने. एनकाउंटर को मैं पुलिस की कार्रवाई मानता हूं. न्याय तब मिलेगा जब परिवार और समाज संतुष्ट होगा. न्याय मिलना चाहिये. राजनीति नहीं होनी चाहिए. निर्मम हत्यारों का कोई भी धर्म नहीं होता. समाजवादी पार्टी पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.
यह भी पढ़ें : बदायूं में दो बच्चों की गला काटकर हत्या, तनाव; पुलिस ने एनकाउंटर में आरोपी को किया ढेर