वाराणसी: काशी में महाशिवरात्रि पर इस बार श्रद्धालुओं का नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने महाशिवरात्रि पर दस लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं के दर्शन करने की संभावना जताई है. महाशिवरात्रि पर भारी भीड़ को देखते हुए सभी श्रद्धालुओं के साथ समान व्यवहार की नीति अपनाते हुए मंदिर प्रशासन ने सुगम दर्शन सहित टिकट के जरिए होने वाले दर्शन पूजन के सभी विशेष व्यवस्था पर रोक रहेगी.
स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित रहेगा और झांकी दर्शन की ही व्यवस्था लागू रहेगी. 36 घंटे तक अनवरत दर्शन पूजन जारी रहेगा. मंदिर प्रशासन ने ये सुनिश्चित किया है कि सुरक्षा कर्मी और मंदिर के कार्यकर्ता श्रद्धालुओं के साथ विनम्रता से पेश आएं. इस बार महाशिवरात्रि पर मंदिर प्रशासन की ये पहली प्राथमिकता है. तीन दशक के बाद ये पहली महाशिवरात्रि होगी जब श्रद्धालु इस दिन व्यास जी के तहखाने का भी झांकी दर्शन कर सकेंगे.
महाशिवरात्रि के पहले चार, पांच और 6 मार्च को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा. मंदिर के मुख्य कार्यपालिका अधिकारी ने बताया कि संस्कृति विभाग के सौजन्य से विश्वनाथ मंदिर मुख्य चौक में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा.
उन्होंने बताया कि किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट मोबाइल फोन कैमरा इत्यादि पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा. इसलिए अगर आप दर्शन करने जा रहे हैं तो मोबाइल को अपने होटल या जहां भी आप रुके हों वहां छोड़कर जाएं. इलेक्ट्रॉनिक घड़ी पेन इन सब चीजों पर भी पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा. 8 मार्च की सुबह होने वाली मंगला आरती के बाद 36 घंटे का अनवरत दर्शन जारी रहेगा.
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