नगांव (असम): असम में एक आईएएस अधिकारी ने मानवता और जरूरतमंदों की मदद करने की मिसाल पेश की है. दरअसल, मोरीगांव जिले के आयुक्त देवाशीष शर्मा ने कैंसर से पीड़ित एक छात्र की न सिर्फ आर्थिक मदद की, बल्कि कठिन समय में छात्र के परिवार के साथ खड़े रहे.
कैंसर पीड़ित छात्र अबू हनीफ के निधन के बाद आईएएस अधिकारी शर्मा ने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकाला कर मोइराबारी में उनके घर का दौरा किया और गरीब परिवार को अपनी व्यक्तिगत क्षमता से वित्तीय मदद की पेशकश की.
जिला आयुक्त देवाशीष शर्मा ने 16 वर्षीय छात्र हनीफ के इलाज का खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली थी. सोमवार को जब उन्हें पता चला कि इलाज के दौरान हनीफ का निधन हो गया, तो वो काफी दुखी हुए और छात्र के घर पहुंचकर शोकाकुल परिवार का दुख साझा किया. शर्मा ने छात्र के अंतिम संस्कार में भाग लिया और अन्य ग्रामीणों की तरह अबू हनीफ के शव को कंधा दिया.
बता दें कि शर्मा असम में कैंसर देखभाल में अग्रणी संगठन 'दीपशिखा फाउंडेशन' के संस्थापक भी हैं. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी शर्मा ऑन्कोलॉजी (कैंसर अध्ययन) पर विशेष ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य सेवा के प्रति अपने समर्पण के लिए जाने जाते हैं.
गरीबों और जरूरतमंदों की की मदद करने के उनके प्रयासों को सराहा गया है. मोरीगांव जिला आयुक्त का यह प्रशंसनीय कार्य अन्य सरकारी अधिकारियों को सार्वजनिक सेवा में खुद को समर्पित करने के लिए निश्चित रूप से प्रेरित करेगा.
ये भी पढ़ें- असम की नजमा ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में बनाई जगह, कटहल के पत्तों पर 28 राज्यों का बनाया नक्शा