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बड़ा बयान : नुमाल मोमिन बोले- अवैध घुसपैठ पूर्वोत्तर के लिए बड़ा खतरा, मणिपुर हिंसा पर ठोस कदम उठा रही सरकार - Assam Deputy Speaker

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 16, 2024, 4:03 PM IST

असम के डिप्टी स्पीकर डॉ. नुमाल मोमिन सोमवार को जयपुर दौरे पर रहे. उन्होंने जातिगत जनगणना, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में अवैध घुसपैठ की समस्या और मणिपुर हिंसा पर बेबाकी से अपनी राय रखी. पढ़िए यह खास रिपोर्ट...

Assam Deputy Speaker Numal Momin
असम के डिप्टी स्पीकर डॉ. नुमाल मोमिन (ETV Bharat Jaipur)
नुमाल मोमिन एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: असम के डिप्टी स्पीकर डॉ. नुमाल मोमिन जयपुर दौरे पर रहे. उन्होंने जातिगत जनगणना, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में अवैध घुसपैठ की समस्या और मणिपुर हिंसा पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जनगणना के साथ जातिगत जनगणना करवाने की बात कही है. हम उसका स्वागत करेंगे. इससे यह पता चलेगा कि कहां कौन और कितने लोग हैं. इसके आंकड़ों से सरकार को आने वाले समय में नीति नियोजन के लिए एक आधार मिलेगा. सरकार ने एक अच्छा कदम उठाया है. इससे बहुत छोटी-छोटी कम्युनिटी में रह रहे लोगों के लिए योजनाओं का निर्धारण करने में मदद मिलेगी. इससे उन्हें मुख्यधारा में जोड़कर आगे ले जाने में मदद मिलेगी.

अवैध घुसपैठ लंबे समय से रही है चुनौती : उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हालात बने हैं. उससे पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए अवैध घुसपैठ की चुनौती बढ़ी ही है, लेकिन हमारे लिए अवैध घुसपैठ पहले भी चुनौती रही है. असम आंदोलन छह साल चला और अंततः समझौता भी हुआ. सबसे बड़ी समस्या घुसपैठियों की है. यह मुद्दा पहले से ही रहा है और अब भी बना हुआ है. यह जो हालात हैं, उससे पूर्वोत्तर के राज्यों की डेमोग्राफी में भी बदलाव आया है. इससे स्थानीय लोगों को बहुत खतरा है. इससे हम सबको मिलकर लड़ना पड़ेगा.

मिलकर लड़ना होगा इस चुनौती से : नुमाल मोमिन ने कहा कि अवैध घुसपैठ की समस्या से निपटने के लिए असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बहुत ठोस कदम उठाए हैं. बाकि राज्यों को भी यह कदम उठाने चाहिए, तब जाकर हम अवैध घुसपैठ की जो बड़ी चुनौती है. उससे निपट सकेंगे.

पढे़ं : पर्यावरण संरक्षण का अनूठा जज्बा : पूरे घर को बना डाला हाउस ट्री, गलियारा,बालकनी बरामदा हर जगह पौधे ही पौधे - Passion for Plantation

भाजपा सरकार लाई पूर्वोत्तर में शांति : मणिपुर हिंसा के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह दो समुदायों के बीच का तनाव है. आप जानते हैं कि पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में क्या हालात रहे हैं. कांग्रेस के शासन में नगालैंड में सेना लगाई गई थी. बाकि अन्य राज्यों में भी उग्रवाद एक बड़ी चुनौती रही है, लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद इस समस्या को काफी हद तक सुलझा लिया गया है. अभी पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में शांति कायम है. अब मणिपुर में हालांकि हिंसक घटनाएं चिंताजनक है. केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए भी ठोस कदम उठा रहे हैं. केंद्र इससे निपटने के लिए फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है. मणिपुर में भी जल्द ही शांति स्थापित होगी. यह राज्य भी पूर्वोत्तर के बाकि राज्यों के साथ आगे बढ़ेगा.

एक देश एक चुनाव से बचेगा देश का पैसा : एक देश एक एक चुनाव के केंद्र सरकार के फैसले पर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है. भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान की लैंडिंग करवाकर इतिहास रचा. इसी तरह एक देश एक चुनाव भी संभव है. यह बहुत अच्छा प्रयास है. इससे अलग-अलग चुनाव में लगने वाला बहुत सा खर्चा बच जाएगा. यह जो राशि बचेगी. वो देश के विकास पर खर्च होगा. यह देश के लिए एक सुनहरा अवसर है कि पूरा देश एकजुट होकर इस फैसले का स्वागत करे, ताकि चुनाव पर लगने वाला खर्च विकास के कामों में लग सके.

नुमाल मोमिन एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: असम के डिप्टी स्पीकर डॉ. नुमाल मोमिन जयपुर दौरे पर रहे. उन्होंने जातिगत जनगणना, बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पूर्वोत्तर के राज्यों में अवैध घुसपैठ की समस्या और मणिपुर हिंसा पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जनगणना के साथ जातिगत जनगणना करवाने की बात कही है. हम उसका स्वागत करेंगे. इससे यह पता चलेगा कि कहां कौन और कितने लोग हैं. इसके आंकड़ों से सरकार को आने वाले समय में नीति नियोजन के लिए एक आधार मिलेगा. सरकार ने एक अच्छा कदम उठाया है. इससे बहुत छोटी-छोटी कम्युनिटी में रह रहे लोगों के लिए योजनाओं का निर्धारण करने में मदद मिलेगी. इससे उन्हें मुख्यधारा में जोड़कर आगे ले जाने में मदद मिलेगी.

अवैध घुसपैठ लंबे समय से रही है चुनौती : उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हालात बने हैं. उससे पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए अवैध घुसपैठ की चुनौती बढ़ी ही है, लेकिन हमारे लिए अवैध घुसपैठ पहले भी चुनौती रही है. असम आंदोलन छह साल चला और अंततः समझौता भी हुआ. सबसे बड़ी समस्या घुसपैठियों की है. यह मुद्दा पहले से ही रहा है और अब भी बना हुआ है. यह जो हालात हैं, उससे पूर्वोत्तर के राज्यों की डेमोग्राफी में भी बदलाव आया है. इससे स्थानीय लोगों को बहुत खतरा है. इससे हम सबको मिलकर लड़ना पड़ेगा.

मिलकर लड़ना होगा इस चुनौती से : नुमाल मोमिन ने कहा कि अवैध घुसपैठ की समस्या से निपटने के लिए असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने बहुत ठोस कदम उठाए हैं. बाकि राज्यों को भी यह कदम उठाने चाहिए, तब जाकर हम अवैध घुसपैठ की जो बड़ी चुनौती है. उससे निपट सकेंगे.

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भाजपा सरकार लाई पूर्वोत्तर में शांति : मणिपुर हिंसा के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह दो समुदायों के बीच का तनाव है. आप जानते हैं कि पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में क्या हालात रहे हैं. कांग्रेस के शासन में नगालैंड में सेना लगाई गई थी. बाकि अन्य राज्यों में भी उग्रवाद एक बड़ी चुनौती रही है, लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद इस समस्या को काफी हद तक सुलझा लिया गया है. अभी पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में शांति कायम है. अब मणिपुर में हालांकि हिंसक घटनाएं चिंताजनक है. केंद्र की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके लिए भी ठोस कदम उठा रहे हैं. केंद्र इससे निपटने के लिए फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है. मणिपुर में भी जल्द ही शांति स्थापित होगी. यह राज्य भी पूर्वोत्तर के बाकि राज्यों के साथ आगे बढ़ेगा.

एक देश एक चुनाव से बचेगा देश का पैसा : एक देश एक एक चुनाव के केंद्र सरकार के फैसले पर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है. भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान की लैंडिंग करवाकर इतिहास रचा. इसी तरह एक देश एक चुनाव भी संभव है. यह बहुत अच्छा प्रयास है. इससे अलग-अलग चुनाव में लगने वाला बहुत सा खर्चा बच जाएगा. यह जो राशि बचेगी. वो देश के विकास पर खर्च होगा. यह देश के लिए एक सुनहरा अवसर है कि पूरा देश एकजुट होकर इस फैसले का स्वागत करे, ताकि चुनाव पर लगने वाला खर्च विकास के कामों में लग सके.

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