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असम में बाढ़ का कहर जारी, 8 की मौत, 16 लाख से अधिक प्रभावित - ASSAM FLOOD 2024 - ASSAM FLOOD 2024

ASSAM FLOOD 2024 : असम में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई है, 29 जिलों के तकरीबन 16 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. गुरुवार को राज्य भर में प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई. पढ़ें पूरी खबर...

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 4, 2024, 1:05 PM IST

गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, राज्य के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं. बुधवार को राज्य में बाढ़ के कारण 8 लोगों की जान चली गई, क्योंकि बाढ़ ने इंसानों के साथ-साथ मवेशियों को भी अपनी चपेट में ले लिया है. मोरिगांव, दरांग, गोलाघाट, बिश्वनाथ, तिनसुकिया और डिब्रूगढ़ में एक-एक और सोनितपुर में दो लोगों सहित कुल आठ लोगों की बुधवार को बाढ़ के कारण जान चली गई. इस साल बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है. वहीं, सोनितपुर, शिवसागर और गोलाघाट में कुल तीन लोग अभी भी लापता हैं.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 29 जिलों के 105 राजस्व सर्किलों के अंतर्गत 2,800 गांव वर्तमान में जलमग्न हैं. बाढ़ के कारण 16 लाख 25 हजार 89 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं, 39,451 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ में डूबी हुई है. बुधवार को बाढ़ के कारण आठ और लोगों की मौत हो गई. मौजूदा बाढ़ में मरने वालों की संख्या 46 हो गई है. फिलहाल, राज्य में 181 आश्रय शिविरों में 25,744 बाढ़ पीड़ित और 334 राहत केंद्रों में 3,61,206 बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए हैं.

यानी कुल 3.87 लाख बाढ़ पीड़ित आश्रय स्थलों और राहत केंद्रों में शरण लिए हुए हैं. प्रमुख नदियां और सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य की कई नदियां और सहायक नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी में खतरे के निशान से 1.09 मीटर ऊपर, गोलपारा में 0.45 मीटर, जोरहाट के निमाटीघाट में 0.34 मीटर, गुवाहाटी के डीसी कोर्ट में 1.13 मीटर और तेजपुर में खतरे के निशान से 0.83 मीटर ऊपर बह रही है.

धुबरी, ग्वालपाड़ा और गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है, हालांकि तेजपुर और जोरहाट में जलस्तर में कमी आने की संभावना है. बराक नदी करीमगंज के बरपुरघाट और कछार के अन्नपूर्णाघाट में खतरे के निशान से क्रमशः 0.87 मीटर और 0.54 मीटर ऊपर बह रही है. दोनों स्थानों पर बराक का जलस्तर बढ़ने की संभावना है. हैलाकांडी के मतिजुली में कटाखल नदी और घारमुरा में धालेश्वरी नदी क्रमशः खतरे के निशान से 2.14 मीटर और 4.38 मीटर ऊपर बह रही हैं.

कोपिली नदी मोरीगांव के धर्मतुल में खतरे के निशान (56 मीटर) से 56.32 मीटर ऊपर बह रही है. नागांव के कामपुर में भी कपिली नदी 61.91 मीटर पर बह रही है यानी यह खतरे के निशान (60.5 मीटर) से 1.41 मीटर ऊपर है. इसी तरह शिवसागर जिले के नांगलमुराघाट में दिबांग नदी खतरे के निशान (94.44 मीटर) से 1.49 मीटर ऊपर बह रही है. गोलाघाट के नुमालीगढ़ में धनसिरी नदी 78.85 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान (78.42) से 0.43 मीटर ऊपर है. इन सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने की उम्मीद है.

दूसरी ओर, शिवसागर में दिखो नदी खतरे के निशान (92.4 मीटर) से 1.73 मीटर ऊपर यानी 94.13 मीटर बह रही है, लेकिन जलस्तर घटने की संभावना है. करीमगंज में कुशियारा नदी 16.13 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान (14.94 मीटर) से 1.19 मीटर ऊपर है. इसी तरह तिनसुकिया के मार्गेरिटा में बूढ़ी दिहिंग खतरे के निशान (134.42 मीटर) से 1.13 मीटर ऊपर बह रही है, लेकिन जलस्तर घटने की संभावना है.

असम में अगले 4-5 दिनों तक लगातार बारिश होने की संभावना
गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 4-5 दिनों के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, असम के अधिकांश हिस्सों में मानसून की मध्यम बारिश का प्रभाव जारी रहेगी और कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है.

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असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 29 जिलों के 105 राजस्व सर्किलों के अंतर्गत 2,800 गांव वर्तमान में जलमग्न हैं. बाढ़ के कारण 16 लाख 25 हजार 89 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं, 39,451 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ में डूबी हुई है. बुधवार को बाढ़ के कारण आठ और लोगों की मौत हो गई. मौजूदा बाढ़ में मरने वालों की संख्या 46 हो गई है. फिलहाल, राज्य में 181 आश्रय शिविरों में 25,744 बाढ़ पीड़ित और 334 राहत केंद्रों में 3,61,206 बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए हैं.

यानी कुल 3.87 लाख बाढ़ पीड़ित आश्रय स्थलों और राहत केंद्रों में शरण लिए हुए हैं. प्रमुख नदियां और सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य की कई नदियां और सहायक नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी में खतरे के निशान से 1.09 मीटर ऊपर, गोलपारा में 0.45 मीटर, जोरहाट के निमाटीघाट में 0.34 मीटर, गुवाहाटी के डीसी कोर्ट में 1.13 मीटर और तेजपुर में खतरे के निशान से 0.83 मीटर ऊपर बह रही है.

धुबरी, ग्वालपाड़ा और गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है, हालांकि तेजपुर और जोरहाट में जलस्तर में कमी आने की संभावना है. बराक नदी करीमगंज के बरपुरघाट और कछार के अन्नपूर्णाघाट में खतरे के निशान से क्रमशः 0.87 मीटर और 0.54 मीटर ऊपर बह रही है. दोनों स्थानों पर बराक का जलस्तर बढ़ने की संभावना है. हैलाकांडी के मतिजुली में कटाखल नदी और घारमुरा में धालेश्वरी नदी क्रमशः खतरे के निशान से 2.14 मीटर और 4.38 मीटर ऊपर बह रही हैं.

कोपिली नदी मोरीगांव के धर्मतुल में खतरे के निशान (56 मीटर) से 56.32 मीटर ऊपर बह रही है. नागांव के कामपुर में भी कपिली नदी 61.91 मीटर पर बह रही है यानी यह खतरे के निशान (60.5 मीटर) से 1.41 मीटर ऊपर है. इसी तरह शिवसागर जिले के नांगलमुराघाट में दिबांग नदी खतरे के निशान (94.44 मीटर) से 1.49 मीटर ऊपर बह रही है. गोलाघाट के नुमालीगढ़ में धनसिरी नदी 78.85 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान (78.42) से 0.43 मीटर ऊपर है. इन सभी नदियों का जलस्तर बढ़ने की उम्मीद है.

दूसरी ओर, शिवसागर में दिखो नदी खतरे के निशान (92.4 मीटर) से 1.73 मीटर ऊपर यानी 94.13 मीटर बह रही है, लेकिन जलस्तर घटने की संभावना है. करीमगंज में कुशियारा नदी 16.13 मीटर पर बह रही है, जो खतरे के निशान (14.94 मीटर) से 1.19 मीटर ऊपर है. इसी तरह तिनसुकिया के मार्गेरिटा में बूढ़ी दिहिंग खतरे के निशान (134.42 मीटर) से 1.13 मीटर ऊपर बह रही है, लेकिन जलस्तर घटने की संभावना है.

असम में अगले 4-5 दिनों तक लगातार बारिश होने की संभावना
गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 4-5 दिनों के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, असम के अधिकांश हिस्सों में मानसून की मध्यम बारिश का प्रभाव जारी रहेगी और कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है.

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