रांची: झारखंड के सियासी समर में नेताओं के जुबानी जंग जारी है. असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने विरोधियों पर एक बार फिर से जमकर हमला बोला है. उन्होंने इंडिया गठबंधन के नेताओं को सनातन विरोधी करार दिया है.
रांची में बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी, लालू प्रसाद यादव, हेमंत सोरेन और तेजस्वी यादव के साथ साथ इंडिया गठबंधन के नेताओं को हिंदू विरोधी बताते हुए हिंदू समाज को बांटने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि अगर सनातन और हिंदू समाज एक रहेगा तो हम सब सेफ रहेगा नहीं तो हमारा झारखंड जैसा प्रदेश को इरफान अंसारी और आलमगीर आलम जैसा लोग कब्जा कर लेगा.
हिमंता ने कहा कि देश में हिंदू मजबूत रहेगा तो देश मजबूत रहेगा और विकास होगा. पांच हजार साल से यहां हिंदू रह रहे हैं इसलिए उन्हें मजबूत और संगठित रहने की बात मैं हमेशा से करता हूं. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि एनआरसी को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में जो केंद्र सरकार के द्वारा हलफनामा दाखिल किया गया है उसी के तहत बांग्लादेशी को शिनाख्त करना होगा.
भाजपा के अंदर टिकट नहीं मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं और नेताओं को मनाने में सफल होने का दावा करते हुए हिमंता ने कहा कि हम चुनाव मैदान में मजबूती के साथ उतरे हुए हैं. इसमें जो भी किसी कारण से नाराज होकर पार्टी से बाहर थे उन्हें वापस लाने का काम किया गया है. सिमोन मालतो के झामुमो में जाने के सवाल पर उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि हमने भगवान श्रीकृष्ण और उनकी सेना में से भगवान श्रीकृष्ण को चुना है. इसलिए हमने चंपाई सोरेन को चुना है.
बीजेपी का संकल्प पत्र भगवान बिरसा की 150वीं जयंती पर समर्पित होगा
झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का संकल्प पत्र भगवान बिरसा की 150वीं जयंती पर समर्पित होगा. रविवार 3 नवंबर को सुबह 10 बजे निजी होटल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पार्टी का घोषणा पत्र जारी करेंगे. अमित शाह इसके बाद चाईबासा के लिए रांची से रवाना होंगे. असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने जानकारी देते हुए कहा कि भगवान बिरसा की 150वीं जयंती पर समर्पित भाजपा का संकल्प पत्र होगा, जिसका विमोचन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह करेंगे.
विरोधियों के द्वारा घुसपैठियों के खिलाफ बोले जाने पर हो रही आलोचना का जवाब देते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि कौन सा कानून में घुसपैठ के खिलाफ बोलना अपराध है. हुसैनाबाद में उनके ऊपर दाखिल किए गए मुकदमा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मैंने इस शहर का नाम बदलने की बात की थी. उस स्थान का नाम सिदो-कान्हू, फूलो-झानो, बिरसा मुंडा के नाम पर क्यों नहीं होना चाहिए. देश के कई शहर के नाम बदले गए हैं यह अगर यह जुर्म है तो झारखंड बनाने का आंदोलन भी गैरकानूनी होगा.
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