नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मिलने वाली सभी सुविधाएं छोड़ेंगे. रविवार को जनता की अदालत कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में सिर्फ दिल्ली के लोगों का प्यार कमाया हूं. और हमारे पास घर और बैंक बैलेंस नहीं है. रोजाना लोगों के फोन आ रहे हैं और लोग उन्हें अपने घर में रहने के लिए बुला रहे हैं. नवरात्र के प्रारंभ में किसी के यहां रहने के लिए परिवार के साथ जाएंगे और मुख्यमंत्री आवास खाली कर देंगे.
"आज मेरे पास रहने के लिए घर भी नहीं है. मैंने 10 साल में जनता का प्यार और आशीर्वाद कमाया है और इसी प्यार की वजह से तमाम लोग मुझे अपने घर पर रहने के लिए बुला रहे हैं. मैं श्राद्ध के बाद मुख्यमंत्री आवास छोड़ दूंगा और आप लोगों में से ही किसी के घर में रहना शुरू कर दूंगा." -अरविंद केजरीवाल, AAP संयोजक
17 सितंबर को CM पद से दिया था इस्तीफाः दरअसल, दिल्ली शराब नीति घोटाले के आरोप में तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद 18 सितंबर को राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री को मिलने वाली सभी सुविधाओं का भी त्याग करेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि केजरीवाल एक सप्ताह में सरकारी आवास खाली कर देंगे.
'मैं नेता नहीं हूं, मेरी चमड़ी मोटी नहीं है। मुझे फ़र्क़ पड़ता है। जब BJP वाले मुझ पर कीचड़ फेंकते हैं, मुझ पर झूठा आरोप लगाते हैं तो मुझे फ़र्क़ पड़ता है।
— AAP (@AamAadmiParty) September 22, 2024
मैंने अपने जीवन में इज्जत कमाई है और आज जब इन्होंने मुझ पर आरोप लगाया तो मर्यादा को ऊपर रखते हुए मैंने इस्तीफ़ा दे दिया और… pic.twitter.com/lfmYUldiFw
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पार्टी की तरफ से सरकारी आवास की मांग: इससे पहले 20 सितंबर को राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने पार्टी मुख्यालय पर कहा था कि जिस तरह देश की सभी राष्ट्रीय पार्टियों के संयोजक को दिल्ली में सरकारी आवास मिला हुआ है. उसी तरह अरविंद केजरीवाल को भी सरकारी आवास मिलना चाहिए. इसके लिए आम आदमी पार्टी की ओर से केंद्र सरकार के साथ पत्राचार भी किया जा रहा है.
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