पुणे: थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के 146वें कोर्स - 2024 के स्प्रिंग टर्म - की पासिंग आउट परेड (पीओपी) की समीक्षा की. कैडेटों को संबोधित करते हुए, सीओएएस जनरल पांडे ने सैनिक के महान पेशे के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की. उन्होंने कहा कि यद्यपि आप में से हर कोई अलग-अलग पृष्ठभूमि से आता है, एक बात समान है कि, आपने सैनिक का पेशा चुना है, जो अपने आप में एक महान व्यवसाय है. आपकी उम्र के कई युवा वहां खड़े होना चाहते हैं जहां आप आज हैं, हालांकि, केवल कुछ ही, ऐसा कर पाते हैं. इसलिए अपनी उपलब्धियों पर गर्व करें.
जनरल पांडे ने अंतरिक्ष, साइबर और सूचना क्षेत्रों में तकनीकी प्रगति से प्रेरित युद्ध की तेजी से बदलती प्रकृति पर प्रकाश डाला. उन्होंने कैडेटों को भविष्य के तेजी से जटिल और प्रतिस्पर्धी युद्धक्षेत्रों में प्रभावी ढंग से काम करने के लिए अपनी तकनीकी दक्षताओं को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि एक वर्ष में आप कमीशन अधिकारी बन जाएंगे और युद्ध में पुरुषों और महिलाओं का नेतृत्व करने के लिए बाध्य होंगे. युद्ध की प्रकृति में गहरा बदलाव आ रहा है. प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, साइबर और सूचना क्षेत्रों में प्रगति, पारंपरिक उपकरणों की क्षमताओं में प्रगति युद्ध के मैदान को बदल रहे हैं. यह अधिक जटिल, संघर्षपूर्ण और घातक हैं. कल के लिए युद्ध के मैदान में काम करने के लिए, आपको अपनी तकनीकी योग्यता सीमा को बढ़ाने की आवश्यकता है.
थल सेनाध्यक्ष ने कहा कि आपके जीवन के इस महत्वपूर्ण अवसर पर आपको संबोधित करना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है. यह आपके दिल और आत्मा में गर्व से अंकित रहेगा. मैं परेड कमांडर और परेड के कैडेटों को उनके शानदार प्रदर्शन और उत्कृष्ट ड्रिल के लिए बधाई देना चाहता हूं. आपकी कड़ी मेहनत और कठोर प्रशिक्षण आज सुबह आप सभी की ओर से प्रदर्शित सैन्य परिशुद्धता से स्पष्ट है.
जनरल पांडे ने महिला कैडेटों को विशेष सरहाना की. उन्होंने 'नारी शक्ति' का प्रतीक और सशस्त्र बलों को उजागर करने के लिए उनकी प्रशंसा की. जनरल पांडे ने कहा कि परेड की महिला कैडेट वास्तव में नारी शक्ति और समावेशी सशस्त्र बलों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं.