अमरावती : आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) और विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के बीच बड़ा संघर्ष चल रहा है. दोनों पार्टियां चुनावी वादों के मामले में प्रभुत्व स्थापित करने की कोशिश कर रही है. राज्य में सोमवार को 175 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान हो रहा है. इसी के साथ लोकसभा की 25 सीटों पर भी मतदान हो रहा है. टीडीपी सुप्रीमो और पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू ने गुंटूर के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला.
अपडेट: 8:20AM: अपना वोट डालने के बाद आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपना वोट डालें और उज्ज्वल भविष्य की मांग करें. उन्होंने कहा कि 100 फीसदी टीडीपी राज्य में सत्ता में आएगी. मैं सभी से अपने वोट के अधिकार का प्रयोग करने की अपील कर रहा हूं. लोग विदेश से अपने खर्च पर वोट डालने आए हैं. मैं सभी को धन्यवाद देता हूं.'
अपडेट: 8:10AM: आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कडप्पा में कहाकि आपने पिछले 5 वर्षों में शासन देखा है और अगर आपको लगता है कि आपको इस शासन से फायदा हुआ है तो उस शासन के लिए वोट करें जो एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगा...'
अपडेट: 8:00AM: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने गुंटूर के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला. वोट डालने के बाद एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक करियर के दौरान इतनी भीड़ कभी नहीं देखी. वोट डालने के लिए लोग अमेरिका, बेंगलुरु, चेन्नई से आए हैं. उन्होंने कहा कि लोग लोकतंत्र और अपने भविष्य की रक्षा चाहते हैं.
वाईएसआरसीपी अपनी कल्याणकारी योजनाओं और अपने चुनावी गारंटी 'नवरत्नालु प्लस' पर भरोसा कर रही है जबकि टीडीपी अपने सहयोगी दलों भाजपा और जन सेना के साथ राज्य सरकार की विफलताओं और बेरोजगारी उन्मूलन के वादे को उजागर कर रही है. सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी एक और कार्यकाल के लिए सभी 175 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
वहीं, एनडीए सहयोगियों के बीच सीट-बंटवारे की व्यवस्था के तहत टीडीपी 144 विधानसभा सीटों पर, जन सेना 21 पर और भाजपा 10 पर चुनाव लड़ रही है. आंध्र के मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी अध्यक्ष वाईएस जगन (पुलिवेंदुला), टीडीपी सुप्रीमो और पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू (कुप्पम), जनसेना प्रमुख और अभिनेता पवन कल्याण (पिथापुरम) राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार हैं.
आंध्र के मुख्यमंत्री ने अमरावती को विधायी राजधानी और कुर्नूल को न्यायिक राजधानी के रूप में विकसित करने की भी कसम खाई है. जगन मोहन रेड्डी ने इस साल अप्रैल में कहा था कि 2024 में वाईएसआरसीपी की सरकार बनने के तुरंत बाद, विशाखापत्तनम को सरकारी कार्यकारी राजधानी बनाया जाएगा. इसे राज्य के विकास इंजन के रूप में विकसित किया जाएगा. वहीं, टीडीपी प्रमुख ने तीन अलग-अलग राजधानियाँ स्थापित करने की घोषणा के लिए आंध्र के सीएम की कड़ी आलोचना की.
नायडू ने पूछा,'10 साल बाद तीन राजधानियां. उन्होंने आपको पांच साल का जनादेश दिया है. पांच साल तक उन्होंने कुछ नहीं किया. अब वह तीन राजधानियों की बात कर रहे हैं. वहाँ एक मौजूदा राजधानी है और वह अमरावती है. भारत सरकार ने भी उसे पहचाना और अनुदान दिया, सब कुछ दिया. आपने क्यों ध्वस्त किया? राज्य में एक और बड़ी बहस राज्य में 4 प्रतिशत मुस्लिम आरक्षण को लेकर है. सीएम जगन मोहन ने 4 फीसदी मुस्लिम आरक्षण बरकरार रखने का वादा किया है. चंद्रबाबू नायडू ने 4 फीसदी मुस्लिम आरक्षण हटाने पर अड़ी बीजेपी से हाथ मिलाया है.
टीडीपी के नेतृत्व वाले त्रिपक्षीय गठबंधन ने राज्य भर में 'कौशल जनगणना' आयोजित करने का वादा किया है. उन्होंने यह भी वादा किया है कि थल्लिकी वंधनम के माध्यम से वे स्कूल जाने वाले प्रत्येक बच्चे को 15,000 रुपये प्रदान करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मतदाताओं को लुभाने के लिए राज्य में चुनाव अभियान का नेतृत्व किया. 2019 के चुनावों के दौरान, वाईएसआरसीपी ने आंध्र प्रदेश में शानदार जीत दर्ज की. विधानसभा की 175 सीटों में से 151 सीटें जीतकर टीडीपी सरकार को उखाड़ फेंका था.