चंडीगढ़: खडूर साहिब के नवनिर्वाचित सांसद खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने सांसद के रूप में शपथ लेने के लिए पंजाब सरकार से अस्थायी रिहाई या पैरोल की मांग की है. अमृतपाल सिंह ने पंजाब सरकार को अमृतसर के डीसी के माध्यम से गृह सचिव को पत्र भेजा है. अमृतपाल सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्हें शपथ लेने के लिए रिहा किया जाए या फिर पुलिस हिरासत में लोकसभा लाया जाए.
गौरतलब है कि पंजाब की महत्वपूर्ण सीटों में से एक पंथक सीट खडूर साहिब की सीट है. जहां से सभी चुनावों में पंथक चेहरा बनकर उभरे आजाद उम्मीदवार अमृतपाल सिंह ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है. वह अपने प्रतिद्वंद्वियों से करीब डेढ़ लाख वोटों से आगे रहे हैं. खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार कुलबीर सिंह जीरा 188568 (-159099) वोटों के साथ दूसरे और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार लालजीत भुल्लर 177502 (-170165) वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि चुनाव प्रचार में अक्सर अमृतपाल सिंह के खिलाफ बयानबाजी करने वाले अकाली उम्मीदवार विरसा सिंह वल्टोहा इस दौड़ से बाहर रहे.
अमृतपाल सिंह की जीत पर उनके समर्थकों का कहना है कि यह एक अमृतपाल सिंह की जीत नहीं बल्कि खालसा की जीत है, सिख कौम की जीत है. समर्थकों ने कहा कि, अभी तक पंजाब के युवाओं को भर्ती किया जा रहा था लेकिन अमृतपाल सिंह ने वहीर के माध्यम से युवाओं को सिख धर्म से जोड़ा, उन्हें नशे से मुक्त होने के लिए प्रेरित किया. झूठ पर सत्य की जीत हुई है. आज सिख कौम के लिए नया सूरज उग आया है. सिर्फ सिखों ने ही नहीं बल्कि हिंदुओं और मुसलमानों ने भी अमृतपाल सिंह को वोट दिया है. विरसा सिंह वल्टोहा पर बोलते हुए समर्थकों ने कहा कि उन्होंने अपनी सोच के अनुसार टिप्पणी की है, हम ऐसा नहीं कर सकते.
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