चंडीगढ़: पंजाब के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने वाले खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने शुक्रवार को सांसद पद की शपथ ली. हालांकि, इसका कोई फोटो-वीडियो जारी नहीं किया गया है.अब अमृतपाल को परिवार से मिलने के लिए सेफ हाउस ले जाया गया. जहां पिता और चाचा की मुलाकात हुई. शपथ ग्रहण के लिए अमृतपाल को सुबह 4 बजे असम की डिब्रूगढ़ जेल से बाहर लाया गया. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच डिब्रूगढ़ जेल से बाहर निकालकर एयरबेस ले जाया गया. जहां से अमृतपाल को सैन्य विमान से दिल्ली लाया गया. दिल्ली पहुंचने के बाद उन्हें एयरपोर्ट से संसद भवन लाया गया. अमृतपाल को 4 दिन की पैरोल मिली है, लेकिन पुलिस प्रशासन उसे सिर्फ शपथ लेने के लिए जेल से बाहर लाया है. पैरोल की 10 शर्तों में दिल्ली में परिवार से मिलने की मंजूरी दी गई है.
#WATCH | Assam: 'Waris Punjab De' Chief and independent MP from Khadoor Sahib Lok Sabha seat Amritpal Singh brought to Dibrugarh jail
— ANI (@ANI) July 5, 2024
He took oath as Lok Sabha MP in Delhi today. pic.twitter.com/ECENUxLsTX
एसएसपी अमृतसर ग्रामीण को जिम्मेदारी: अमृतपाल सिंह करीब एक साल दो महीने और 12 दिन बाद शपथ लेने के लिए डिब्रूगढ़ जेल से बाहर आ रहा है और एक दिन बाद उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा. दरअसल अमृतपाल सिंह को दी गई पैरोल में 4 दिन का जिक्र किया गया है. इसमें 10 शर्तें भी लगाई गई हैं. सुरक्षा कारणों से अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी सतिंदर सिंह को उन्हें लाने, ठहराने और वापस ले जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
#WATCH | Delhi: 'Waris Punjab De' Chief Amritpal Singh was taken from the Parliament after he took oath as a Lok Sabha MP pic.twitter.com/o5d2r15nzV
— ANI (@ANI) July 5, 2024
खडूर साहिब सीट से जीता था चुनाव: अमृतसर से करीब 40 किलोमीटर दूर गांव जल्लुपुर खैरा निवासी अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब संगठन के प्रधान हैं. खडूर साहिब सीट से कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को हराकर वे सांसद बने. इस बीच उन्होंने बड़ी बढ़त के साथ यह जीत हासिल की. भले ही अमृतपाल सिंह को चुनाव प्रचार के लिए जेल से बाहर आने की इजाजत नहीं थी, फिर भी उन्हें 4 लाख से ज्यादा वोट मिले.
एनएसए के तहत डिब्रूगढ़ जेल में है बंद: पिछले साल 2023 के मार्च महीने में अमृतपाल सिंह और उसके साथियों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसमें अमृतपाल सिंह को कुछ अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था. उन पर उनके साथियों पर एनएसए लगाया गया है. तभी से अमृतपाल डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं. बता दें कि कुछ दिन पहले ही डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह और उनके साथियों पर लगाया गया एनएसए एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया है.
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