नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश और बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया. शाह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम की स्थिति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता भी व्यक्त की.
एक्स पर एक पोस्ट में शाह ने कहा, 'असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय और मिजोरम में चक्रवात रेमल से उत्पन्न प्राकृतिक आपदाओं के बारे में गहराई से चिंतित हूं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिन्होंने प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की'. गृह मंत्री ने पांच राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी बात की और स्थिति का जायजा लिया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया.
उन्होंने कहा, 'हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. जो घायल हुए हैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं. स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और अधिकारी प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं'. अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर के कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और कई लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने बताया कि 28 मई से असम में बाढ़, बारिश और तूफान में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई है. हरंगाजाओ के पास एक हिस्सा बह जाने के बाद हाफलोंग-सिलचर मार्ग पूरी तरह से कट गया है, जबकि हाफलोंग-हरंगाजाओ मार्ग कई भूस्खलनों के कारण अवरुद्ध हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि हाफलोंग-बदरपुर रेल मार्ग पर भूस्खलन के कारण रद्द या बीच में ही रोक दी गई रेल सेवाएं अभी तक बहाल नहीं हुई हैं. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात रेमल के प्रभाव के कारण दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने निर्धारित समय से पहले असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र के अन्य हिस्सों में प्रवेश कर गया है.
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