आजमगढ़: जिले में एम्बुलेंस ऑक्सीजन की कमी से शनिवार को एक अधेड़ की मौत हो गई. इसे लेकर परिजनों ने एम्बुलेंस चालक पर लापरवाही का आरोप लगाया और अस्पताल में हंगामा किया. कैंसर मरीज धर्मसेन की बेटी अमृता सिंह ने शहर कोतवाली में तहरीर दी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. आजमगढ़ के मुख्य चिकित्साधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि एम्बुलेंस चालक का लाइसेंस निरस्त होगा. इसके साथ ही एंबुलेंस में मौजूद नर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
तहबरपुर थाना क्षेत्र के रैसिंहपुर निवासी धर्मसेन सिंह (55) पुत्र स्व. तिलक की बेटी अमृता सिंह ने बताया कि उनके पिता को कैंसर था. उनको उसे टाटा कैंसर हॉस्पिटल वाराणसी में भर्ती कराया गया था. इसके बाद परिजन शनिवार को धर्मसेन को निजी एम्बुलेंस से लेकर आजमगढ़ आ रहे थे. परिजन जब उन्हें लेकर चले तो वह ठीक थे. रास्ते में उन्होंने आक्सीजन कम होने की शिकायत की.
परिजनों ने एम्बुलेंस चालक राजू यादव से ऑक्सीजन भरवाने को कहा. लेकिन, उसने आक्सीजन नहीं भरवाई. इसके चलते धर्मसेन की हालत बिगड़ती गई. ड्राइवर ने आक्सीजन भरवाने की बजाए एम्बुलेंस को सीधे मंडलीय अस्पताल लेकर पहुंच गया. वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद धर्मसेन सिंह को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में ही हंगामा शुरू कर दिया. लोगों के हंगामे की सूचना मिलते ही नगर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.
पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया. इस मामले में बेटी अमृता सिंह ने शहर कोतवाली में चालक के खिलाफ तहरीर दी है. धर्मसेन किसान थे. उनके दो बेटियां और एक बेटा है. इस मामले में CMO अशोक कुमार ने बताया की एम्बुलेंस चालक का लाइसेंस निरस्त होगा. चालक के साथ नर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई दूसरा एम्बुलेंस चालक ऐसी गलती दोबारा न करे. इसकी जांच SIC को सौंप दी गयी है. कोतवाल शशि मौली पांडेय ने बताया कि तहरीर मिल गयी है. उसी के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
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