श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में भारी बारिश के कारण शनिवार को पवित्र गुफा तक जाने वाले अमरनाथ यात्रा को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से अस्थायी रूप से रोक दिया गया है. पवित्र गुफा और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश के कारण रास्ते फिसलन भरे हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम उठाते हुए यात्रा रोक दी गई है. वहीं, जम्मू क्षेत्र के तीर्थयात्रियों के लिए रामबन के चंद्रकोट में अस्थायी आधार शिविर को सक्रिय कर दिया गया है.
#WATCH | Ramban, J&K: Shri Amarnath Yatra's Pahalgam route halted at Yatri Niwas Chanderkote due to bad weather pic.twitter.com/9nl0q09uuW
— ANI (@ANI) July 6, 2024
मौसम में सुधार होने और ट्रैक की फिसलन सामान्य होने पर पवित्र तीर्थयात्रा फिर से शुरू होगी. भारी बारिश के कारण एहतियात के तौर पर यात्रा रोक दी गई है. बता दें, शुक्रवार रात से बालटाल और पहलगाम मार्गों पर रुक-रुक कर भारी बारिश हो रही है. अब तक 1.80 लाख से अधिक श्रद्धालु 3,800 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर में जा चुके हैं और प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. यह पवित्र मंदिर समुद्र तल से 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
#WATCH | J&K: On movement of traffic during the Amarnath Yatra, SSP Traffic (NH-44) Rohit Baskotra says, " ... after the amarnath yatra convoy sets off in the morning, the non-convoy vehicles plying on the nh-44 can cross nagrota around noon, jikhaini udhampur around 1 pm,… pic.twitter.com/OSqE52kffU
— ANI (@ANI) July 6, 2024
29 जून को शुरू हुई 52 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी. यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण 15 अप्रैल को श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की वेबसाइट और पोर्टल पर शुरू हुआ. रिपोर्टों के अनुसार, इस वर्ष यात्रा के लिए 3.50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है. प्रशासन ने सुचारू तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा, क्षेत्र वर्चस्व, विस्तृत मार्ग तैनाती और चौकियों सहित व्यापक व्यवस्था की है.
#WATCH | A devotee of Baba Amarnath says, " we will complete this amarnath yatra through pahalgam. we are so happy that we can't express it... the facilities are good, and since the time we came here, it feels like we are in a very secure and safe environment. we haven't faced any… https://t.co/YnEDhDomfS pic.twitter.com/BC0XzUFKSR
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#WATCH | Ramban, J&K: The traffic police check vehicles on NH 44 for the safety of the Amarnath Yatris and the regulation of traffic. pic.twitter.com/Q9MyzDzEuF
— ANI (@ANI) July 6, 2024
125 सामुदायिक रसोई स्थापित
125 सामुदायिक रसोई स्थापित की गई हैं. गुफा मंदिर तक जाने वाले दो मार्गों पर तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए 6,000 से अधिक स्वयंसेवकों द्वारा संचालित 125 सामुदायिक रसोई (लंगर) स्थापित किए गए हैं. वार्षिक अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू होती है (एक अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग है और दूसरा मार्ग गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबा छोटा लेकिन खड़ी चढ़ाई वाला बालटाल मार्ग है). इस पवित्र तीर्थयात्रा में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं जो जुलाई-अगस्त (हिंदू कैलेंडर में श्रावण माह) में श्रावणी मेले के दौरान इस स्थल पर आते हैं.
#WATCH | Srinagar, J&K: Another batch of Amarnath pilgrims leaves from the Panthachowk Srinagar base camp pic.twitter.com/e7z82m4oCQ
— ANI (@ANI) July 6, 2024
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